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बिहार के कृषि मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से आपात बैठक कर जिलों के कृषि पदाधिकारियों को बाढ़ के मौजुदा हालात पर निर्देश दिए 

जनबोल न्यूज माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डॉ प्रेम कुमार द्वारा उत्तर बिहार के पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर,

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shaziya shamim

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माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार डॉ प्रेम कुमार द्वारा उत्तर बिहार के पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, खगड़िया, अररिया, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार तथा किशनगंज जिलों में वर्तमान में आये बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से निपटने हेतु जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्यपालन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आपात बैठक की एवं उन्हें आवश्यक निदेश दिया गया। इस बैठक में सचिव, कृषि-सह-पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग डॉ० एन० सरवण कुमार तथा निदेशक, मत्स्य श्री धर्मेन्द्र सिंह सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

माननीय मंत्री ने इन जिलों के जिला कृषि पदाधिकारियों से संबधित जिले में बाढ़ की स्थिति एवं फसलों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने संबंधित जिलों में खरीफ मौसम में धान के बिचड़ा एवं धान की रोपनी के बारे में जायजा लिया। साथ ही, उन्होंने धान के फसलों का बाढ़ से होने वाले नुकसान की संभावना के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा बाढ़ से फसलों के बचाव हेतु आवश्यक तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित जिला कृषि पदाधिकारियों को निदेश दिया कि यदि बाढ़ से खरीफ फसलों का नुकसान होता है तो किसानों के लिए इसका क्या विकल्प हो सकता है, इससे संबंधित प्रतिवेदन विभाग को उपलब्ध करायें। उन्होंने अधिकारियों को निदेश दिया कि प्रत्येक स्थिति के लिए तैयार रहें, किसानों के सतत् सम्पर्क में रहें। साथ ही, अपने अधिनस्थ क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ समन्वय बना कर रखें। साथ ही, उन्होंने यह भी निदेश दिया कि बाढ़ नियंत्रण से जुड़े अधिकारियों एवं स्थानीय प्रशासन के लगातार सम्पर्क में रहें। उन्होंने कहा कि कहीं यदि अधिक पानी आ गया हो तो उसके त्वरित निकास के लिए बाढ़ नियंत्रण से संबंधित अधिकारियों के साथ सम्पर्क कर शीघ्र समस्या का समाधान करने का प्रयास करें।

डॉ. प्रेम ने जिला कृषि पदाधिकारियों को निदेश दिया कि संबंधित जिले में आवश्यकतानुसार बीज की व्यवस्था रखें, ताकि यदि बाढ़ से कोई नुकसान होता भी है तो उसकी भरपाई की जा सके, ताकि खेत खाली नहीं रहे। उन्होंने पौधा संरक्षण संभाग के क्षेत्रीय सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को किसानों के सतत् सम्पर्क में रहने का निदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा यह ध्यान रखना है कि बाढ़ से किसानों को कम-से-कम नुकसान हो।

डॉ० कुमार ने कहा कि सरकार इस मुसीबत की घड़ी में राज्य के अन्नदाता किसान भाई एवं बहनों के साथ खड़ी है एवं बाढ़ प्रभावित सभी किसानों को सरकार द्वारा हरसंभव सहायता उपलब्ध कराया जायेगा।

 

 

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