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कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की स्थिति में कृषि विभाग द्वारा किये गये ये महत्त्वपूर्ण कार्य

जनबोल न्यूज  सचिव, कृषि विभाग, बिहार डॉ० एन० सरवण कुमार ने सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, बिहार द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रेस एवं

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shaziya shamim

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 सचिव, कृषि विभाग, बिहार डॉ० एन० सरवण कुमार ने सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, बिहार द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रेस एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को सम्बोधित करते हुए कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की स्थिति में कृषि विभाग द्वारा किये गये महत्त्वपूर्ण कार्यों के बारे में संक्षिप्त रूप से बताया।

डॉ० एन० सरवण कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक बहुत बड़ा मुद्दा है और कृषि के क्षेत्र में भी इसका कुप्रभाव पड़ा है। गत खरीफ, वर्ष 2019 में 7.68 लाख हेक्टेयर तथा रबी, वर्ष 2019-20 में 5.25 लाख हेक्टेयर में अत्याधिक/असामायिक वर्षापात के कारण खड़ी फसल की क्षति हुई। सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 15.32 लाख किसानों को खरीफ फसल के नुकसान के लिए 652 करोड़ रूपये तथा 18.39 लाख किसानों को रबी फसल के नुकसान के लिए 568 करोड़ रूपये अर्थात 1220 करोड़ रूपये कृषि इनपुट अनुदान के रूप में किसानों के बैंक खाते में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराया गया।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की स्थिति में कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए आवश्यक सरकार के दिशा-निदेशों का पालन करते हुए गेहूँ की कटाई ससमय करा ली गई। इस वर्ष मानसून में 01 जून से लेकर 30 जुलाई, 2020 तक 506.4 मिली मीटर सामान्य वर्षापात के विरूद्ध 740.4 मिली मीटर वास्तविक वर्षापात हुआ है, इस प्रकार सामान्य से 46 प्रतिशत ज्यादा वर्षापात के कारण तथा नदियों में जल स्तर बढ़ने के कारण राज्य के 11 जिलों में बाढ़ की स्थिति से खरीफ फसल विशेषकर धान को नुकसान हुआ है। अभी तक राज्य में 33 लाख हेक्टेयर धान के रोपनी के लक्ष्य के विरूद्ध 29.22 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रोपनी का कार्य लगभग पुरा किया जा सका है, जो कि लक्ष्य का 90 प्रतिशत है। बाढ़ की स्थिति वाले जिलों में जिला पदाधिकारी को प्रारम्भिक सर्वेक्षण का कार्य करने का अनुरोध किया गया है। प्रारम्भिक सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 4.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल को नुकसान प्रतिवेदित हुआ है। सरकार पानी के निकल जाने के बाद किसानों को खड़ी फसलों के वास्तविक नुकसान के अनुसार नुकसान की भरपाई आपदा प्रबंधन के द्वारा तय मानकों के अनुसार किया जायेगा।

डॉ० कुमार ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा डिजिटल कृषि के अंतर्गत किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। इस खरीफ मौसम में 5.40 लाख किसानों के बीच अनुदानित दर पर बीज वितरण बिहार राज्य बीज निगम द्वारा किया गया, जिसमें से 40 हजार किसानों को उनके माँग के अनुसार बीज की होम डिलिवरी की गई। अभी से अगले रबी मौसम के लिए किसानों से ऑन-लाईन रबी फसल के बीज के लिए आवेदन प्रारम्भ कर दिया गया है। आज तक 44 हजार किसानों ने बीज के लिए ऑन-लाईन आवेदन किया है, जिसमें से 4 हजार 500 किसान बीज की होम डिलिवरी चाहते है।

सचिव, कृषि ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा कृषि विभाग, बिहार को हर खेत को पानी के सर्वेक्षण का जवाबदेही दी गई है। वैसे सभी जिले जो बाढ़ से प्रभावित नहीं है, वहाँ सर्वेक्षण का कार्य जारी है। कृषि विभाग द्वारा 10 जिलों में समय से टिड्डी दल का प्रकोप को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया गया।

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