जनबोल न्यूज
आम आदमी पार्टी पूर्वी चंपारण के कार्यकर्ताओं ने सोशल दूरी का ख्याल रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों में एक दिवसीय धारणा करके वर्तमान सरकार के गलत नीतियों का विरोध किया और प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजा और सहायता देने की मांग की।
प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना भाई ने कहा कि पूरा बिहार कोरोना से लेकर बाढ़ की पानी से त्रस्त है और सरकार अपने कुर्सी के चक्कर में पड़ी हुई है। बिहार में हर साल की तरह इस साल भी बाढ़ की प्राकृतिक आपदा के साथ साथ सरकारी कुव्यवस्था से मानव निर्मित बाढ़ से ग्रस्थ है। बिहार के ग्रामीण इलाकों से लेकर कुछ जिलों में शहरी क्षेत्र भी प्रभावित हुए है।
बाढ़ के दायरे को कम करने के बजाए सरकारों की विफलता और भ्रष्टाचार कि वजह से बाढ़ हर बार पिछले इलाको को छोड़ कर नए इलाको तक मे प्रवेश कर रहा है। वही मोतीहारी विधानसभा के प्रभारी मनोज प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि राज्य के छोटी से लेकर बड़ी पल पुलिया टूटते जा रही है जिससे गाँव से गाँव का और शहर का संपर्क टूटते जा रहा है। सरकार एक नाव तक उपलब्ध नहीं करा पा रही है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 124 प्रखंडों की 1,199 पंचायतें प्रभावित हुए है। वही प्रदर्शन करने वालों में ज़िला अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, अल्प संख्यक अध्यक्ष सकिल अहमद , नगर अध्यक्ष रवि प्रकाश , सुजीत कुमार , वकील सिंह आदि सक्रिय कार्यकर्ताओं ने धारणा किया ।