जनबोल न्यूज
आज पूरे देशभर में लाखों छात्र #Iamagaisnt examsincovid के तहत हाथो में पोस्टर लेकर सोशल मीडिया और ट्वीटर के माध्य्म से मोदी सरकार से अपील कर रहे है इस पेंडेमिक समय में परीक्षा न हो हम परीक्षा देने के लिए तैयार है लेकिन हालात पहले से ठीक हों जाए ,आइसा के राज्य सह सचिव आकाश कश्यप ने कहा यह आंदोलन आइसा की देखरेख में चल रहा है कई बार ट्वीटर पे नम्बर 1 रहा है आज भी ट्रेंड में है इस लिए आइसा का साफ साफ मानना इस समय परीक्षा न लेकर छात्रों की बात माने केंद्र सरकार!
आज बिहार में भी कार्यक्रम हुए
स्टेट आंदोलन के नेतृत्वकर्ता आलोक यादव ने कहा हमारी स्टेट कमेटी टीम आइसा के इस आंदोलन कस साथ है बिहार में बाढ़ और कोरोना के बीच परीक्षा लेना नीतीश जी की मानसिकता पे सवाल खड़ा होता है उन्हें वोट की चिंता है बच्चे लोग के जान से कोई लेना देना नही है
ज्ञात हो कि STET एग्जाम जो इसी साल 28 जनवरी 2020 को हुआ। परीक्षार्थियों का कहना था कि इस एग्जाम में सिलेबस से बाहर के प्रश्न पूछे गए।
बिना सिलेबस जारी किए ही एग्जाम लिया गया। इस परीक्षा को लेकर छात्र कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटा चुके है और मामला कोर्ट के अधीन है।
उसके बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 16 मई 2020 को एग्जाम कैंसिल कर दिया गया। उसके बाद छात्रो ने BSEB पर केस किया मामला अभी न्यालय में है । छात्र चाह रहे है कि पुराने एग्जाम का ही रिजल्ट जारी किया जाए क्योंकि वो एग्जाम ईमानदारी पूर्वक हुआ था लेकिन BSEB बोर्ड ने दुबारा एग्जाम की घोषणा कर दी , इस बार भी सिलेबस जारी नही किया गया। 9 से 21 सितम्बर तक एग्जाम का डेट निर्धारित भी कर दिया गया है । STET संघर्ष समिति के राज्य सचिव आलोक यादव ने कहा बिना सिलेबस के। नीतीश सरकार तानाशाही अपनाते हुए एग्जाम की डेट की घोषण कर दी है । जबकि मामला अभी न्यालय में ।