राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने एनडीए नेताओं के दोहरे चरित्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि कोई व्यक्ति जबतक एनडीए में रहता है वह पाक-साफ और गंगा के समान पवित्र रहता है और ज्योंही वह एनडीए को छोड़ता है उसे अपराधी बता दिया जाता है ।
अभी एडीआर की रिपोर्ट आयी है जिसमें कहा गया है कि पिछले पन्द्रह साल में भाजपा द्वारा सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले लोगों टिकट दिया गया है। इस मामले में जदयू भी ज्यादा पीछे नहीं है।
राजद प्रवक्ता ने एनडीए नेताओं से सवाल किया है कि जब अनंत सिंह नीतीश कुमार की पार्टी में तथा रामा सिंह , नरेंद्र मोदी सरकार के
गठबंधन में शामिल थे तो क्या वे आपराधिक छवि से मुक्त थे और राजद में आते हीं उनकी छवि दागदार हो गई ।उन्होंने कहा कि कोई भी नेता जब तक एनडीए गठबंधन के साथ होता है तब तक तो वह पाक-साफ होता है पर जैसे हीं वह एनडीए से अलग होता है , एनडीए के नेता उस पर तरह-तरह के लांछन लगाने लगते हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से अनंत सिंह तीन दफे चुनाव जीतकर आते रहे। तब भाजपा क्यों चुप थी। तब उन्होंने अनंत सिंह को रंगदार क्यों नहीं कहा? उन्होंने कहा कि एनडीए नेताओं का कोई नीति सिद्धांत नहीं है।जो उनके साथ है वह संत और जो राजद के साथ चला आता है।उसे वे दोषी, बाहुबली अथवा अपराधी करार देने लगते है। उन्होंने कहा कि रामा सिंह खुद नरेंद्र मोदी के गठबंधन वाली सरकार में गठबंधन के सांसद रह चुके हैं।ऐसे में एनडीए नेता बताएं कि वे रंगदार किसे कह रहे हैं। अगर उनकी नजर में अनंत सिंह तथा रामा सिंह रंगदार हैं तो वे खुलासा करें कि क्या अब तक नीतीश कुमार तथा नरेंद्र मोदी रंगदारों को पनाह देने का काम किया था?
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता एनडीए नेताओं के दोहरे चरित्र को देख रही है और इसका जबाब भी आगामी विधानसभा चुनाव में देगी ।