महागठबंधन के संकल्प पत्र को लेकर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिज़वान ने राजद-कांग्रेस की जोड़ी पर पलटवार किया है।
दानिश ने कहा कि महागठबंधन का संकल्प पत्र झूठ का पुलिंदा है, जिससे सत्य को कोई लेना देना नहीं। अगर सही मायने में महागठबंधन के नेता इस संकल्प पत्र को बिहार में लागू कर ना चाहतें है तो उससे जिन राज्यों में कांग्रेस या फिर महागठबंधन में शामिल किसी दल के समर्थन की सरकार है, वहाँ इस संकल्प पत्र को वह लागू करा कर दिखाएं।
दानिश ने तेजस्वी यादव को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि झारखंड में राजद समर्थन वाली सरकार चल रही है, अगर तेजस्वी यादव में हिम्मत है तो वह झारखंड में ही अपने संकल्प पत्र को लागू करके दिखाए । तब जाकर बिहार के लोग मानेंगे कि वह उक्त संकल्प पत्र को बिहार में लागू कर पाएंगे।
दानिश ने महागठबंधन के नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर महागठबंधन समर्थित किसी सरकार ने बिहार विधानसभा चुनाव के महागठबंधन संकल्प पत्र को लागू करा दिया तो वह महागठबंधन के पक्ष में न केवल वोट करेंगे बल्कि महागठबंधन के लिए वोट माँगने का भी काम करेंगे । यदि महागठबंधन के नेता ऐसा नहीं कर पाते हैं तो वह बिहार की जनता से माफ़ी माँगे और स्वीकार करें कि तेजस्वी यादव बिहार की जनता को दिग्भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।
दानिश ने कहा कि जो लोग बिहार में 10 लाख लोगों को रोज़गार देने की बात कह रहे हैं उन्हें बताना चाहिए कि जिन राज्यों में उनकी सरकार है उन राज्यों में उन्होने कितने लोगों को नौकरी दिया,कितने किसानों को मदद की,कितने स्कूल कॉलेज खोले,कितनी किलोमीटर सड़क बनी। बिहार की विकास के लिए फिर से नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार बनेगी ।