जनबोल न्यूज
हरियाणा सराकर ने MBBS के छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ा झटका दिया है . अचानक से फीस में बड़ी वृद्धि की है . बता दें हरियाणा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों से MBBS करने वाले स्टूडेंट्स को अभी सालाना 53 हजार रुपए फीस देनी होती थी. हॉस्टल फीस अलग होती थी. अब हरियाणा सरकार ने नोटिस दिया है कि मेडिकल कॉलेजों की एनुअल फीस 53 हजार से बढ़ाकर 80 हजार और एक लाख तक की जाएगी. स्टूडेंट्स को सालाना करीब 10 लाख रुपये का बॉन्ड भरना होगा. ये बॉन्ड हर साल जमा कराना होगा. चार साल का कोर्स पूरा होने के बाद तकरीबन 40 लाख का ये बॉन्ड नौकरी लगने पर चुकाना होगा. अगर छात्र की हरियाणा में सरकारी नौकरी लगती है, तो सरकार 7 साल की किस्तों में पैसा चुकाएगी. अगर नौकरी नहीं लगती या प्राइवेट नौकरी लगती है या फिर निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो पैसे छात्र को खुद भरने होंगे.
I strongly condemn the decision. Shall we do this to students from poor families who get admission in govt colleges after qualifying entrance exam?:IMA president Dr Rajan Sharma on Haryana raising MBBS fees in public medical colleges to Rs 10 lakh per year from Rs 50,000 per year pic.twitter.com/9ZkPNXZivY
— ANI (@ANI) November 11, 2020
हरियाणा सराकर के इस फैसले पर मैं फैसले की कड़ी निंदा करता हूं। क्या हम गरीब परिवारों के छात्रों के लिए ऐसा करते हैं जो प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेते हैं ?