Panchayat election in Bihar बिहार विधान सभा चुनाव समाप्त हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सातवीं बार सपथ ग्रहण भी करेंगे। लेकिन बिहार में ठंड के मौसम में भी चुनावी गर्मी अभी थमने वाली नहीं । दरअसल विधान सभा चुनाव के बाद अब पंचायती राज्य का चुनाव दस्तक देने वाला है। अगले माह से मतदाता सूचि का पुनरीक्षण का भी काम तेज होने की संभावना है। आशा की जा रही है कि इसबार भी मार्च से मई के बीच हीं पंचायती राज्य का चुनाव होने जा रहा है। कोरोना काल में होने जा रहे इस चुनाव को देखते हुए आयोग अपनी तैयारी में भी जूटी है।
2016 में हुआ था पिछला चुनाव
Panchayat election in Bihar पंचायती राज्य का यह चुनाव पिछली बार मार्च से मई के महिने में 2016 में आयोजित की गयी थी। पिछले चुनाव का कार्यकाल जून में समाप्त हो रहा है। पिछले चुनाव के खत्म हो रहे कार्यकाल को देखते हुए चुनाव आयोग चुनाव की तैयारी में जूटी है। साल 2016 का चुनाव कुल 10 चरणों में आयोजित की गयी थी इसबार भी कुल 10 चरणों में हीं पंचायत चुनाव आयोजित होने की संभावना है। बताते चलें की पिछली बार भी पंचायती राज्य का यह चुनाव 24 अप्रैल से 10 मई के बीच हीं आयोजित की गयी थी।
पिछली चुनावी प्रक्रिया में न के बराबर होगा बदलाव
पिछले चुनाव के बाद सेऐसी आशंका जतायी जा रही थी की दलगत पंचायती राज्य चुनाव पद्धति बिहार में भई लागू हो लेकिन इसकी संभावना न के बराबरा है। इसके साथ हीं पंचायत चुनाव में लागू आरक्षण भई यथावत रहना तय है। बतादें की बिहार में कुल 8937 पंचायतें हैं जहाँ के मुखिया, पंचायत समिति, पंच , सरपंच, जिलापरिषद और वार्ड सदस्यों के कुल 258000 सीटों के लिए मतदान का आयोजन किया जाना है। इसबार के चुनाव में एकबार फइर दागियों पर लगाम कसने की तैयारी है। आसन्न पंचायत जचुनाव में छह महिने या उससे अधिक सजा पाये लोग चुनाव नहीं लड़पायेंगे।