जनबोल न्यूज
बिहार में पिछले कई महीनों से अपराध का ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ रहा है . जिसको लेकर शिवसेना ने बिहार सरकार पर हमला बोला है . शिवसेना के मुखपत्र सामना में बिहार के अंदर आपराधिक घटनाओं को लेकर एक संपादकीय प्रकाशित किया गया है.
संपादकीय में लिखा है कि मुजफ्फरपुर में एक शिक्षक के 22 वर्षीय बेटे की हत्या की हालिया घटना का जिक्र करते हुए कहा गया है . इस घटना में चौंकाने वाली बात यह है कि मृतक का चचेरा भाई एक आईपीएस अधिकारी है, फिर भी अपराधियों के मन में घटना को अंजाम देने से पहले डर नहीं था.
मुजफ्फरपुर की ही एक और घटना का जिक्र किया गया है, जिसमें बंदूक की नोक पर 10वीं कक्षा की एक लड़की के साथ बलात्कार किया गया और जब परिवार एफआईआर के लिए पुलिस के पास पहुंचा, तो पुलिस ने अन्य सभी घटनाओं की तरह शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
बिहार में यह तस्वीर केवल मुजफ्फरपुर की नहीं है, बल्कि यही हालत बिहार में हर ओर हैं. फिर वो दरभंगा हो या जहानाबाद, भागलपुर हो या अररिया, सुपौल हो या पूर्णिया या फिर गोपालगंज हो या राजधानी पटना. हर जगह अपराधी बेखौफ होकर डंके की चोट पर अपराध का नंगा नाच कर रहे हैं. बिहार में हत्या, गैंगरेप, डकैती, रंगदारी, अपहरण-विवाह, छेड़खानी और दबंगई के आंकड़े यूपी से होड़ कर रहे हैं,
आगे कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हों या सत्ता में सहभागी भारतीय जनता पार्टी, दोनों का इस जमीनी हकीकत से कोई खास सरोकार नजर नहीं आता.