जनबोल न्यूज
CPIM ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की गणतंत्र दिवस के मौके पर केन्द्र सरकार द्वारा जर्बदस्ती थोपे गये तीनों कृषि कानून के विरूद्ध दिल्ली में लाखों ट्रेक्टर मार्च ऐतिहासिक और प्रेरणादायक रही। कई जगहों पर पुलिस की बर्बर लाठीचार्ज, आंशु गैस के प्रहार के बावजूद लाखों किसानों का दिल्ली मार्च अपनी मांगों के प्रति उनकी दृढ़ता, बलिदानी भावना पूरे देश के जनमानस को झकडोड़ दिया है। मार्च का स्पष्ट संदेश है कि देश कृषि और किसानी को काॅरपोरेट के हाथों, अंबानी-अडानी के हाथों सौंपने के सरकारी फैसले के विरूद्ध है। अब केन्द्र सरकार तुरंत किसान विरोधी तीनों कृषि कानून को वापस ले अन्यथा आंदोलन और भी व्यापक और जुझारू होगा।
दिल्ली में आयोजित ट्रेक्टर रैली की तरह ही देश और बिहार के अधिकतर जिलों में किसानों ने रैली निकाली। राज्य में पटना, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, सहरसा, अररिया, मधुबनी, रोहतास, जहानाबाद, सीतामढ़ी, प॰चम्पारण समेत कई जिलों में भी ट्रेक्टर मार्च आयोजित किये गये।
महागठबंधन के आह्वान पर 30 जनवरी को महात्मा गांधी के बलिदान दिवस के मौके पर 12ः30 से 01 बजे दिन तक, राज्य भर में विराट मानव श्रृंखला का आयोजन होगा। यह मानव श्रृंखला ऐतिहासिक होगा।