लोजपा सुप्रीमों चिराग पासवान ने सीएम नीतिश कुमार पर गहरा प्रहार किया है . उन्होने एक प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा की 10 नवंबर को 1-अणे मार्ग स्थित सीएम आवास को खाली करना पड़ेगा।
चिराग पासवान प्रेस कॉफ्रेंस में सरकार की नाकामयबियों को गिनवाते हुए कहा की बिहार में सीएम नीतिश कुमार के कार्यकाल में एक साल ऐसा नहीं है जब बाढ़ नहीं आई है। सात निश्चय बिहार के इतिहास में सबसे बड़े भ्रष्टाचार में से एक है. शराबबंदी भी सबसे बड़े भ्रष्टाचार में से एक है। मैं पूछ रहा हूं जब शराब खुलेआम बिक रही है तो तस्करी का पैसा कहां जा रहा है? सीएम को मैं जानकारी देना चाहता हूं कि जो कहते हैं कि जीरो टॉलरेंस है, उनसे पूछता हूं बाढ़ राहत की राशि हर साल कहां लगाई जाती है।
चिराग ने आगे कहा कि आपकी सेवा की जानकारी जनता को गयी है। आपके रीजन में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ। बाढ़ पीड़ितों से आग्रह करता हूं कि साहब से सवाल करें कि बाढ़ पीड़ितों के लिए उन्होंने क्या किया। मंच के सामने जब सीएम का विरोध हो रहा है तो क्यों नहीं जनता को बुलाकर पूछते हैं। उल्टा सामने वालों को उकसाते हैं कि और फेंको, और फेंको। जनता का आक्रोश स्वाभाविक है। आक्रोश को जनता मतदान के माध्यम से दिखाएं। शारीरिक हमले का मैं पक्षधर नहीं हूं।
चिराग ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी वजह से बिहार में पलायन बढ़ा है। मौजूदा सीएम से जानना चाहता हूं कि मेरे बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करते हैं। तमाम चीजें साझा करने के लिए समय है, लेकिन मैं उनसे सवाल पूछ रहा हूं कि सीएम अपने 5 साल में एक भी उपलब्धि बता दें। उनके विधायक और नेताओं ने क्या काम किया है और अगले 5 साल में आपका रोड मैप क्या है?
चिराग पासवान ने आगे कहा की चुनाव के रुझान के देखते हुए लगता है की आगामी 10 नवंबर को भाजपा के नेतृत्व में भाजपा और लोजपा की सरकार बनेगी। मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वे अभी अपने आप को सीएम के चेहरे के रूप में नहीं देखते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा राजनीति में आने का मकसद ही बिहार की अस्मिता की रक्षा करने के लिए है। चिराग ने कहा कि बिहार में सीएम के चेहरा का नाम का खुलासा सार्वजनिक मंच पर अभी नहीं करेंगे, लकिन इतना जरूर कहेंगे कि मात्र 5 दिन बच गए हैं इतंजार करें इसके बाद सब साफ हो जाएगा।