Bihar election final result 2002 जारी कर दी गयी है. परिणामों पर नजर दौड़ायी जाये तो नाक टु नाक के फाईट में एनडीए ने स्पष्ट बहुमत पा लिया।बहुमत हासिल करने के बाबजूद एनडीए की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। दरअसल महागठबंधन के घटक दलों ने राजग पर मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल देर रात पटना में चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंच गया है। राजद और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के धांधली को लेकर बड़ा आरोप लगाया है।
ट्वीटर बना संवाद का जरिया।
Bihar election final result आने तक पूरे चुनाव के काउंटींग के दौरान राजद के राज्य सभा सांसद मनोज झा मीडिया से संवाद करते अपने पक्ष में जनमत बताते दिखे तो ट्वीटर को जनसंवाद का केंद्र भी बनाया। राजद चुनाव परिणाम आने के साथ ट्वीट किया था, इसमें पार्टी ने 119 प्रत्याशियों की सूची जारी किया है। कहा है कि इस सूची में गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके हैं। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफिकेट नहीं दे रहे हैं। कह रहे हैं कि आप हार गए हैं। ईसीआइ की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी। दूसरे ट्वीट में राजद ने लिखा कि मुंगेर विधानसभा से जबरदस्ती राजद उम्मीदवार के पोस्टल बैलेट को रद्द किया जा रहा है और चार ईवीएम की गणना ही नहीं की गयी।
ये उन 119 सीटों की सूची है जहाँ गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके है। रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफ़िकेट नहीं दे रहे है कह रहे है कि आप हार गए है। ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी। pic.twitter.com/puUvIagyDz
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 10, 2020
दिलचस्प रहा चुनाव
अमूमन बिहार में होने वाले चुनाव परिणाम दोपहर 2 बजे तक स्पष्ट हो जाते रहे हैं लेकिन इसबार यह 2 बजे रात तक का इंतजार करवाया। चुनाव परिणामों में देरी की पहली वजह तो कोरोना थी हीं इससे बड़ी वजह close fight रही है। बरबीछा , हिलसा समेत कई ऐसी सीटें रही जहाँ 10 से 500 वोटों के अंतर से परिणाम आये हैं ।कई जगह रिकाउंटींग की भी नौबत आयी है इसवजह से परिणामों की घोषमा में देरी हुयी है।