Farmers protest continued भारत में लाये गये तीन कृषि बिल के खिलाफ किसानों का जत्था पिछले 29 दिनों से दिल्ली आस पास के इलाके में जमें हैं। किसानों के आंदोलन को खत्म करने की कोशिश के बाद भी किसान लगातार डटे हैं। इन सब के बीच भाजपा नेताओं और मंत्रीयों के किसान आंदोलन के खिलाफ विवादित बयान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। जहाँ बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि MSP खत्म होनें APMC खत्म होने से बिहार के किसानों को कोई फर्क नहीं परता इसलिए किसान हड़ाल नहीं कर रहे । संघ से जुड़ी एक महिला रागनी तिवारी ने तो किसानों के बीच जाकर युद्ध सा महौल बनाने तक की बात की थी। अब इस लाईन में मध्यप्रदेश के भाजपा सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी शामिल होगये हैं। उन्होने किसानों के आंदोलन को लंबा खिंचने के लिए कांग्रेस को दोष देते हुए कहा है कि
मैं समझ नहीं पा रहा था कि इन खेत कानूनों में ” काला ’क्या है यह ‘टुकडे-टुकडे गिरोह’ किसानों को भड़काने और गुमराह करने वाला है। अब तक, कोई भी ‘काले कानून’ की व्याख्या नहीं कर सका
Farmers protest continued
I could not understand what is 'black' in these farm laws. This 'tukde-tukde gang' is the one instigating and misleading the farmers. So far, no one could explain the 'black laws': Madhya Pradesh Minister Narottam Mishra on Congress supporting farmers' agitation https://t.co/DTlrzNl8JC
— ANI (@ANI) December 23, 2020