CNLU बिहार विद्यापीठ पटना के साथ मऊ में प्रवेश करता है . आज चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना ने बिहार विद्यापीठ के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
माननीय की उपस्थिति में पटना, न्यायमूर्ति श्रीमती मृदुला मिश्रा, वाइस चांसलर, CNLU, पटना और श्री विजय प्रकाश, कुलपति, बिहार, विद्यापीठ, पटना CNLU के IPHD (मानवता और विकास के लिए बौद्धिक संपदा) केंद्र में CIRF (नवाचार अनुसंधान और सुविधा के लिए केंद्र) के निदेशक प्रो एससी रॉय ने cnlu के लिए MU पर हस्ताक्षर किए और श्री प्रमोद कर्ण ने बिहार सइदापीठ के लिए हस्ताक्षर किए।
इस शुभ अवसर पर प्रो एससी रॉय ने अपने केंद्र के बहुत उद्देश्य को रेखांकित किया और इस तरह के ज्ञापन के लाभों की व्याख्या की जिससे नवीन अनुसंधान को पेटेंट के दायरे में लाया जा सके और मानवता की स्थिति में सुधार के लिए नवाचार का व्यवसायीकरण किया जा सके। अपने छोटे से संबोधन में कुनलू के कुलपति ने जोर दिया।
बिहार विद्यापीठ जैसे अनुसंधान संगठन के साथ इस तरह के उपयोगी सहयोगी प्रयासों के लिए अपने विद्वतापूर्ण संबोधन में बिहार विद्यापीठ के कुलपति श्री विजय प्रकाश ने इस बात पर जोर दिया कि उनके नवप्रवर्तन की कला सीखने के लिए उनके नवाचार और अनुसंधान वाले लोगों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
एस .पी. सिंह डीन सोशल साइंसेज ने भी अपने संबोधन में इस तरह के समझ के महत्व पर प्रकाश डाला। अपने संक्षिप्त संबोधन में CNLU के डीन शिक्षाविद प्रो। अजय कुमार ने हाल के वर्षों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, श्री मंजूरंजन प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। इस अवसर पर सभी संकाय सदस्य उपस्थित थे। इस पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन CNLU की फैकल्टी पल्लवी शंकर ने किया।