Chirag press conference; चिराग पासवान ने आज प्रेस कॉफ्रेंस किया। पार्टी में टूट के बाद चिराग का पहला प्रेस कॉफ्रेंस था। पार्टी में घटी घटनाओं को चिराग ने दुखद बताया है। उन्होने कहा मैं पूरी घटनाक्रम से दुखी जरूर हूँ लेकिन हारने और डरने वालों में से नहीं हूँ । चिराग ने कहा-मैंने पहले भी कहा था कि मैं शेर का बच्चा हूं। न पहले डरा था औऱ न अब डरूंगा। मीडिया के एक सवाल पर कि उन्होंने खुद को नरेंद्र मोदी का हनुमान बताया था तो क्या अब अपने राम से मदद मांगेगे? चिराग ने कहा कि अगर हनुमान को मदद ही मांगनी पड़ जाये तो कैसा राम और कैसा हनुमान ? मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में चुनाव के समय पापा नहीं थे, फिर भी मैंने अकेला बिना डरे चुनाव लड़ा है। आगे भी मेरी लड़ाई जारी रहेगी। चिराग पासवान ने लोजपा में टूट के लिए जदयू को जिम्मेदार ठहराया । चिराग ने आगे कहा कि लोजपा संसदीय दल का जो नेता चुना गया, वो गलत है।
बागियों को दिलायी पार्टी संविधान की याद
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान चिराग पासवान ( Chirag press conference ) ने बगावत कर अलग पार्टी गूट की मान्यता लेकर कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्ति पर भी सवाल उठाया है। उन्होने कहा पार्टी संविधान के अनुसार चलती है। चिराग पासवान ने आगे कहा कि लोजपा संविधान के अनुसार जो कुछ भी हो रहा है, वो गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोजपा में अध्यक्ष का पद दो ही स्थिति में बदली जा सकती है। एक तो अध्यक्ष का निधन हो जाए और दूसरा अध्यक्ष खुद पद से इस्तीफा दे दे।
रीना पासवान की थी टूट रोकने की असफल कोशिश
चिराग पासवान ने प्रेस कॉफ्रेंस ( Chirag press conference ) के दौरान कहा कि पार्टी में टूट की संभावित खतरे को रोकने के लिए रामविलास पासवान की दूसरी पत्नी और चिराग की माँ रीना पासवान भी प्रयासरत थीं। रीना पासवान के प्रयासों के बारे में चिराग पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पार्टी में टूट को रोकने के लिए मेरी मां भी पूरी कोशिश की, लेकिन हम सब असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मां चाचा से बात करने के लिए लगातार संपर्क करती रहीं, लेकिन चाचा नहीं मानें। उन्होंने कहा कि मैं उस दिन अनाथ नहीं हुआ था, जिस दिन पापा का निधन हो गया पर मैं आज पूरी तरह से अनाथ हो गया।
विधानसभा चुनाव में मिली नैतिक जीत
रामविलास पासवान के निधन के तुरंत बाद हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव को याद करने से चिराग खुद को नहीं रोक पाये । चिराग पासवान ने कहा कि 8 अक्टूबर को उनके पिता रामविलास पासवान का निधन हुआ। उनके लिए वो एक कठिन घड़ी थी जब पापा की डेड ब़ॉडी भी घर पर नहीं आय़ी थी औऱ चुनाव सामने था। उस दौर में भी उन्होंने कोई समझौता नहीं किया। पार्टी की नीति-सिद्धांतों पर अडिग रहे। चिराग ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमारी नैतिक जीत हुई। लोजपा को 6 फीसदी औऱ 25 लाख वोट मिले। मैंने कभी सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं किया। मेरी पार्टी ने फैसला लिया था कि हम जेडीयू के साथ नहीं जायेंगे। हम अपने फैसले पर अड़े रहे और जनता ने हमे समर्थन दिया। ये सही है कि अगर हम जेडीयू-बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ते तो एनडीए की एकतरफा जीत होती। लेकिन इसके लिए मुझे नीतीश कुमार के सामने नतमस्तक होना पड़ता। मैं नतमस्तक नहीं हुआ !
जेडीयू ने रची है साजिश
चिराग पासवान ने प्रेस कॉफ्रेंस ( Chirag press conference ) कर लोजपा में हुए हालिये टूट के लिए चिराग ने जदयू पर निशाना साधा है। हालांकि चिराग ने नीतीश या बीजेपी का खुलकर नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा कि सारी साजिश जेडीयू ने रची है। जेडीयू के ही नेताओं का नाम सामने आ रहा है। नीतीश कुमार खुल कर सामने नहीं आय़े हैं तो कैसे उनका नाम लिया जाये। चिराग ने बीजेपी पर भी कुछ बोलने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि जेडीयू ये चाहती है कि कोई दलित आगे नहीं बढ पाये। ये सारी साजिश उसी मकसद से रची गयी। पहले भी दलित-महादलित के नाम पर दलितों को बांटा गया था। चिराग पासवान ने कहा कि वे किसी दूसरे को दोष देने के बजाय अपनी पार्टी औऱ घऱ को देख रहे हैं। अगर अपने ही धोखा दे जायें तो किसी दूसरे पर क्या आऱोप लगाना?