जनबोल न्यूज
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार के दरभंगा में एक नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत इस संस्थान की स्थापना की जाएगी। इसके निर्माण पर कुल 1,264 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
केंद्र द्वारा अनुमोदन की तारीख से 48 महीने की अवधि के भीतर नए एम्स के निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है। यह स्नातक (एमबीबीएस) की 100 सीटों, बीएससी (नर्सिंग) की 60 सीटों, 15 से 20 सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट और 750 बेड का हॉस्पिटल होगा। यह देश का 22वां और बिहार का दूसरा एम्स होगा।
दरभंगा में एम्स के निर्माण हो जाने के बाद उत्तर बिहार के बेतिया से लेकर कोसी और सीमांचल के सहरसा, सुपौल और पूर्णिया तक के लोगों को काफी सहूलियत होगी। इन क्षेत्रों के लोगों को इलाज कराने के लिए पटना जाने की जरूरत नहीं होगी। उम्मीद है कि नए एम्स के निर्माण हो जाने के बाद प्रतिदिन लगभग 2,000 ओपीडी मरीजों और हर माह लगभग 1,000 आईपीडी मरीजों का इलाज किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि राज्य में नए एम्स स्थापित करने से विभिन्न संकाय और गैर-संकाय पदों पर लगभग 3,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, शॉपिंग सेंटर, कैंटीन, आदि सुविधाओं और सेवाओं के आसपास होने के कारण अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन होगा। इसके साथ ही, निर्माण चरण के दौरान पर्याप्त रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि दरभंगा में एम्स के निर्माण से जहां बिहार के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी, वहीं स्वस्थ भारत के संकल्प को भी नया बल मिलेगा। इससे न केवल हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को ट्रेनिंग मिलेगी, बल्कि आसपास के लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा।