जनबोल न्यूज

बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉo निखिल आनंद ने एकबार फिर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसबार आदित्य ठाकरे से संवाद करते हुए कई सवाल पूछे है। निखिल ने पूछा कि, “भारत के एक युवा प्रतिभाशाली कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की मुम्बई में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो जाती है और महाराष्ट्र के युवा नेता चुप क्यों हैं? महाराष्ट्र सरकार में आदित्य ठाकरे एक अहम किरदार है और युवा होने के नाते एक युवा कलाकार की संदेहास्पद मौत पर अपनी सरकार सीबीआई जाँच की सिफारिश क्यों नहीं करवाते हैं? आदित्य ठाकरे की चुप्पी पर देश का हर युवा भी सवाल पूछ रहा हैं कि आखिर महाराष्ट्र के युवा नेता आदित्य ठाकरे की चुप्पी का राज क्या है? आदित्य ठाकरे बतायें कि वे सुशांत को न्याय दिलाने के पक्ष में हैं या फिर साजिशकर्ताओं के पक्ष में खड़े हैं?

निखिल आनंद ने स्पष्ट करते हुए कहा कि यह सवाल शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे से इसलिए भी है कि उनके पिता महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री हैं और वे महाराष्ट्र सरकार में एक हैसियत रखते हैं। वहीं शिवसेना अपने ही मुखपत्र सामना में आलेख लिखकर सुशांत मामले में अपनी छद्म मंशा जाहिर कर चुकी है जिसपर सुशांत के सभी चाहने वाले पूरजोर आपत्ति जाहिर कर चुके हैं।

बिहार की जनता सुशांत के मामले में सबूतों को मिटाने और तथ्यों से छेड़छाड़ की अफवाहें लगातार सुन रही है जिससे हमारी चिंता बढी है। यही नहीं बिहार पुलिस की जाँच पर महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री का बयान भी आपत्तिजनक है। इनसब कारणों से बिहार की जनता को महाराष्ट्र सरकार, मुम्बई पुलिस पर भरोसा नहीं है और सीबीआई जाँच ही एकमात्र उम्मीद है। ऐसे में आदित्य ठाकरे सीबीआई जाँच करवाने के लिए अपनी भूमिका का निर्वहन करें नहीं तो वे प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष तौर पर अन्याय के पक्ष में और साजिशकर्ताओं के साथ खड़े माने जायेंगे।

 

 

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