बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉo निखिल आनंद का बयान देते हुए की कहा की राज्यसभा में विपक्षी दलों के सांसदों ने जिस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम दिया वह शर्मनाक है। विरोध करते हुए उन सांसदों ने न सिर्फ बिल की प्रतियाँ फाड़ी, नियामवली फाड़ने की कोशिश की और उप- सभापति पर भी हमला करने की कोशिश की जिसमें वे बाल- बाल बच गए। फिर आठों सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
रात से धरने पर बैठे सांसदों को उप- सभापति हरिवंश जी ने खुद से सुबह में घर से चाय ले जाकर पिलाया . हरिवंश जी ने जो उदाहरण पेश किया है उससे भारतीय लोकतंत्र का मान- सम्मान बहुत ऊंचा होता है। बिहार लोकतंत्र की जननी रही है, हरिवंश जी बिहार का प्रतिनिधित्व करते है और उनपर सिर्फ बिहार ही नहीं समस्त भारतवासियों को गर्व होगा। हरिवंश जी ने जो उदाहरण पेश किया है उससे देश के सभी दलों और उनके नेताओं- कार्यकर्ताओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। हरिवंश जी ने साबित किया है कि वे बड़े दिल के और खुले दिमाग- विचार के व्यक्ति हैं। हरिवंश जी पर हमें गर्व है।”