बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के घोषणा के बाद प्रत्येक पार्टी में टिकट के लिए घमासान मचा है. टिकट पाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता एक दूसरे पार्टी में आने जाने का दौर काफी तेजी से चल रहा है . इसी दौरान गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक व जदयू के प्रदेश महासचिव मंजीत सिंह आगामी 16 अक्टूबर को बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर नॉमिनेशन करेंगे। यह जानकारी खुद मंजीत सिंह ने आज अपने आवास पर दी ।उन्होंने ये स्पष्ट नही बताया कि वो किस दल से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अगर बैकुंठपुर विधानसभा सीट से जदयू से उनका टिकट कटता है, तो भी वो बैकुंठपुर से ही चुनाव लड़ेंगे .
बता दे कि भाजपा और जदयू के गठबंधन में बैकुंठपुर सीट भाजपा के कोटे में जाने की चर्चा है और इस बार भी यहां से भाजपा के मिथिलेश तिवारी ही उम्मीदवार होंगे. ऐसे में मंजीत सिंह को जेडीयू का टिकट मिलना मुश्किल लग रहा है. इस स्थिति को देखते हुए मंगलवार को मंजीत सिंह ने अपने आवास पर जदयू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. और चुनाव लड़ने का निर्णय लिया. इस बैठक में बड़ी संख्या में स्थानीय जदयू कार्यकर्ता मौजूद रहे.
मंजीत सिंह एक राजनीतिक परिवार से बिलॉन्ग करते हैं। उनके दिवंगत पिता बाबू बृजकिशोर सिंह बिहार सरकार में मंत्री रहे थे और सीएम नीतीश कुमार से उनकी नजदीकी थी. जब भी नीतीश कुमार गोपालगंज के दौरे पर आते बृजकिशोर सिंह से राजनीतिक राय जरूर लेते थे.
बृजकिशोरसिंह के निधन के बाद बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर उनके बेटे मंजीत सिंह ने उनकी विरासत की सीट संभाली थीऔर जदयू से दो बार विधायक चुने गए है 2015 के विधानसभा चुनाव महागठबंधन से मंजीतसिंह जदयू के कोटे से थे और मिथलेश तिवारी भाजपा के उम्मीदवार थे तब मिथलेश तिवारी को जीत मिली थी