जनबोल न्यूज

पिछले कई दिनों से आइसा,महामारी के बीच यूजीसी के 6 जुलाई के नोटिफिकेशन के विरोध में एक अभियान चला रहा हैै, इसके साथ ही हजारों हजार छात्रों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और एमएचआरडी के नाम मेल भेजकर ऑफलाइन या ऑनलाइन परिक्षा से जुड़ी अपनी अपनी समस्याओं से अवगत कराया है।

 

आइसा सभी छात्रों से अपील किया था कि है कि 27 जुलाई को

राष्टव्यापी छात्र हड़ताल में अपनी ज्यादा से ज्यादा भागीदारी दिखाकर यूजीसी और एमएचआरडी के महामारी के दौरान परीक्षा कराने जैसे मनमाने फैसले का पुरजोर विरोध करे, वह भी तब जब देश रोजाना कोरोना वायरस के केस में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा हो और वही यूजीसी परीक्षा कराने की बात कर रहा हो ।
देश के तमाम हिस्से में प्रदर्शन हुए दिल्ली में मानव संसाधन मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन हुए ,असम-पंजाब-उत्तरप्रदेश-उत्तराखंड-वेस्ट बंगाल-कर्नाटक-तमिलनाडु-ओड़िसा सहित कई राज्य!

बिहार में भी तमाम जिलों में प्रदर्शन हुए 
पटना में घर पर ही पोस्टर के माध्य्म से आइसा कार्यकर्ता आंदोलन में शरीक हुए. आइसा राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ, पूर्णिया में राज्य अध्य्क्ष मोख्तार,आरा में राज्य सचिव सब्बीर किए.बिहार राज्य सह सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि पटना वीमेंस कॉलेज में चल रहे छात्राओं का डिजिटल आंदोलन का हम समर्थन कर रहे है उनके साथ आंदोलन में है हम पटना विवि प्रशासन से मांग करते है सेमेस्टर का फी माफ करे और फी वृद्धि भी वापस ले सिर्फ यह पटना वीमेंस कॉलेज का नही पटना विवि के तमाम कॉलेज के छात्रों का सेमेस्टर फी माफ करे!

 मांगें:-

• 6 और 7 जुलाई को जारी यूजीसी और गृह मंत्रालय की अधिसूचना को रद्द करो।
• महामारी के दौरान सभी परीक्षाओं को रद्द करो और भेदभावपूर्ण ऑनलाइन OBE को निरस्त करें।
• अगले सेमेस्टर के लिए ट्यूशन और हॉस्टल फीस माफ करो।
• सभी केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में शुल्क वृद्धि पर रोक लगे।
• सभी लंबित छात्रवृत्ति को तुरंत वितरित करोऔर जेआरएफ, एसआरएफ इत्यादि सभी वजीफे की समय सीमा बढ़ाओ।
• राजनीतिक कार्यकर्ताओं की व्हिच हंटिंग और छात्र कार्यकर्ताओं की लगातार गिरफ्तारी पर रोक लगाओ। जेल में बंद CAA विरोधी कार्यकर्ताओं , कवि, लेखक को रिहा करो।
• सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की आयु सीमा बढ़ाओ।
• राज्य और केंद्र सरकारों को रूम मालिकों द्वारा छात्रों से रूम किराया वसूली पर रोक लगाओ।

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