जनबोल न्यूज

पिछले देर रात 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए पूर्वी चम्पारण जिलान्तर्गत बंजरिया प्रखण्ड में स्थित बाढ़ प्रभावित जाटवा गाँव से एक सर्पदंश पीड़ित लड़की को रेस्क्यू बोट की मदद से सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुँचाने में मदद किया।

कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि जिला प्रशासन पूर्वी चम्पारण द्वारा 21 जुलाई को रात लगभग 9 बजे मोतिहारी में तैनात एनडीआरएफ के प्रभारी अधिकारी को गंडक नदी बाढ़ प्रभावित गाँव जाटवा में एक सर्पदंश पीड़ित 10 वर्षीया बालिका के बारे में सूचना मिली। एनडीआरएफ की टीम त्वरित कार्यवाही करते हुए सहायक उप निरीक्षक कौशल किशोर के नेतृत्व में 02 रेस्क्यू बोटों की मदद से रात के अँधेरे में 06 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके जाटवा गाँव पहुँची। रात के विकराल अँधेरे में बाढ़ प्रभावित इलाके में इतनी दूरी तय करके तुरन्त सम्बंधित गाँव में पहुँचना बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था लेकिन एनडीआरएफ कार्मिकों के कर्तव्यनिष्ठा, व्यावसायिक निपुडता, अदम्य साहस और मानवीय सेवा भावना से इसे कुशलता से अंजाम दिया गया।

एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने सर्पदंश पीड़ित 10 वर्षीय बालिका नूरजहाँ खातून, पुत्री- जमील अख्तर के बाढ़ प्रभावित गाँव पहुँचकर उनके परिवार के सदस्यों के साथ सुरक्षित तरीके से भोला चौक, बंजरिया पहुँचाया। इस दौरान रास्ते में पीड़िता को सांत्वना देने का काम भी एनडीआरएफ के बचावकर्मी करते रहे। भोला चौक पर जिला प्रशासन मोतिहारी द्वारा पहले से ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई थी। तत्पश्चात बिना समय गँवाये देर रात एम्बुलेंस की मदद से पीडिता को सदर अस्पताल मोतिहारी पहुँचाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता की स्थिति सामान्य बताया गया है।

कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि वर्तमान में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें बिहार राज्य के 12 जिलों- पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सारण, पटना, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किसनगंज और कटिहार जिलों में मुस्तैदी से तैनात है। पूर्वी चम्पारण जिला में सहायक कमान्डेंट अरविन्द मिश्रा के नेतृत्व में 02 टीमें मोतिहारी और संग्रामपुर में तैनात है।

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