जनबोल न्यूज
बिहार राज्य किसान सभा और बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में एन०डी०ए०सरकार द्वारा संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए जनविरोधी नीतियों को लागू किए जाने के खिलाफ पटना में रेलवे स्टेशन चौक से डाक-बंगला चौराहा तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया गया।
डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेताओं ने केन्द्र और राज्य की सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण से जूझ रही जनता और कोरोना वारियर्स को समुचित राहत-व्यवस्था के प्रति गैरजिम्मेदाराना रवैया अपना रही है तथा इस महामारी की आड़ में अपने प्रिय देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने में लगी है। दूसरी तरफ भूस्वामियों, सामंती ताकतों तथा पूंजीपतियों के हितार्थ समाज को सांप्रदायिक रूप से विभाजित करने पर आमादा है।
आज से दो वर्ष पूर्व 5 सितंबर 2018 को नई दिल्ली में केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूरों और किसानों की ऐतिहासिक रैली “मजदूर-किसान संघर्ष रैली” में करीब तीन लाख लोग शामिल हुए थे।उस ऐतिहासिक रैली की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर इस कोरोना-काल में राज्य स्तरीय मजदूर-किसान कार्यवाही दिवस के रूप में स्मरण करते हुए हम सरकार से मांग करते हैं कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा विशेष रूप से कोविड-19 का मुफ्त परीक्षण और इलाज कराया जाए, जरूरतमंद परिवारों के प्रत्येक व्यक्ति को दस किलो अनाज मुफ्त दिया जाए, सभी जरूरतमंद परिवारों को अगले छह महीनों तक 7500 रूपए प्रतिमाह सहायता राशि दी जाए, मनरेगा के तहत 200 दिनों का काम व 600 रूपए प्रतिदिन की मजदूरी दी जाए, सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए, शहरों में भी रोजगार गारंटी योजना लागू की जाए, आवश्यक वस्तु, कृषि व्यापार, विद्युत अधिनियम, ई०आई०ए०-एन० ई० पी० 2020 पर अध्यादेश/कार्यकारी आदेश वापस लिए जाएं, बिहार में बाढ़-सुखाड़ से पीड़ित जनता के राहत एवं स्थायी निदान की व्यवस्था की जाए, नियोजित एवं संविदाकर्मियों की लंबित बकाया राशि का भुगतान किया जाए तथा नल-जल-हरियाली के बहाने गरीबों को उनकी जमीन से बेदखल करने की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए।
सीटू राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, अध्यक्ष दीपक भट्टाचार्य, उपाध्यक्ष अरुण मिश्रा, बेफी नेता बी० प्रसाद, किसान सभा के राज्य संयुक्त महामंत्री प्रभुराज नारायण राव, सोनेलाल , बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया समेत अन्य नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।