जनबोल न्यूज

मैं शमायल अहमद (राष्ट्रीय अध्यक्ष-प्राइवेट स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन) आप सभी सम्मानित अभिभावकों को बधाई देता हूँ कि आपके प्यारे बच्चों ने CBSE X और XII में अच्छे अंक प्राप्त कर आपको खुशियाँ मनाने का मौका दिया। खुशियाँ मनाना भी चाहिए क्योंकि बच्चों ने काफी संघर्ष और मेहनत कर सफलता प्राप्त की है।

लेकिन मैं आपसे जानना चाहता हूँ कि क्या आपके बच्चों की सफलता में प्राइवेट स्कूलों की कोई भूमिका नही है ? क्या प्राइवेट स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मियों का कोई योगदान नही है ? अगर आपका जवाब ‘नहीं’ है तो निश्चित रूप से विद्यालय बंद हो जाना चाहिए।और अगर ‘हां’ में है और आपको लगता है कि बच्चों की सफलता में विद्यालय के शिक्षकों के साथ-साथ वहाँ कार्यरत कर्मियों का भी योगदान है तो एक बार इस कोराना महामारी से प्राइवेट स्कूलों में उत्पन्न आर्थिक संकट कि ओर ध्यान आकृष्ट करने की कृपा करें।

आज आर्थिक संकट के कारण विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मियों की स्थिति बद से बदतर हो गई है।मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं।चारो ओर अँधकार ही अँधकार दिखाई पड़ रहा है। कलम पकड़ने वाले हाथ काँपने लगे हैं।

इसलिए आप तमाम अभिभावकों से आग्रह है कि यथा संभव आर्थिक सहयोग देकर विद्यालय को बंद होने से बचाए।

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