हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के प्रदेश प्रवक्ता राम विलास प्रसाद ने कहा की 2 अरब 64 लाख की लागत से गोपालगंज जाने वाली पुल का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 जून 20 को किया था, जो मात्र 270 घंटा में ही बह गई ।
इस मामले पर प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए व्यक्तिगत विशेष पर असंसदीय भाषा का प्रयोग जिम्बार राजनीतिक पहल नहीं । प्रतिपक्ष नेता होने के नाते जनता के हित में आवाज उठाना, किसी मंत्री एवं विशेष व्यक्ति पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करना उचित प्रतीत नहीं होता है । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग है कि 3 साल में जो यह पुल बना था, वह और 8 साल में बना फिर 270 घंटा में कैसे टूट गया ।
हम प्रवक्ता राम विलास प्रसाद ने इसकी न्यायिक जांच और दोषी अधिकारी एवं अभियंता निलंबित कर जिम्मेवार ठेकेदार को काली सूची में डालने की मांग की है । इस तरह की घटना से प्रदेश की बदनामी होती है और ठेकेदार जनता की पैसा को लूट के चले जाते हैं । पुल के निर्माण में पैसे का बंदरबांट हुआ है, जो जांच का विषय है।
प्रदेश प्रवक्ता रामविलास प्रसाद ने सरकार से पुल निर्माण से जुड़े दोषी व्यक्तियों पर जांच कर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है।