Bihar Election 2020 से ठीक पहले कई पार्टियों के चुनाव चिह्न को चुनाव आयोग ने बदल दिया है। 2015 के चुनाव में हॉकी और बॉल के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी जाप को नया सिंबल कैंची दी गयी है तो वहीं टेलीफोन चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी हम(से.) को बाल्टी दे दिया गया है। इसके आलाव जिन 10 और पार्टियों के सिंबल बदला गया है उसमें जनता दल राष्ट्रवादी को डोली, भारतीय लोकनायक पार्टी को रोड रोलर तथा आम जनता पार्टी राष्ट्रीय को चप्पल के सिंबल मिले हैं।
भाजपा ने बदलवाया सिंबल , कैंची बनेगी पहली पसंद
Bihar Election 2020 चुनाव आयोग से नयी नयी मान्यता प्राप्त लोक जन शक्ति पार्टी से टुट कर बनी लोग जन पार्टी सेक्यूलर का आबंटित सिंबल कैंची छीन्ने जाने से जहां निराशा का भाव है। वहीं जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष नें सिंबल बदले जाने को भाजपा की साजिश करार दिया है. पप्पू यादव ने आरोप लगाया है कि भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग ने चुनाव से ठीक पहले सिंबल बदला । साथ हीं कहा है कि साजिश से ठीक इतर कैंची जनता की पहली पसंद बनकर उभरेगी।
क्या है चुनाव चिहन्न बदले जाने की प्रक्रिया
चुनाव आयोग पार्टियों क्षेत्रिय व केंद्रिय पार्टियों के रूप में मान्यता देती है। यदि कोई पार्टी पिछले चुनाव में कुल परे मतों का 6% से भी कम मत हासिल करता है तो यह चुनाव आयोगे के उपर निर्भर करता है कि उन पार्टियोें के चुनाव चिह्न को जारी रखे अभव फ्री सिंबल में से कोई एक सिंबल जारी कर दे।