पूर्णिया, जनबोल सहयोगी : बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार राजद नेता तेजस्वी यादव को सोमवार को पूर्णिया जिला में लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लालू यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा के दौरान सोमवार रात को आक्रोशित लोगों ने जमकर नारेबाजी की और बवाल किया। लोगों ने रोष में आकर सड़क पर राजद का झंडा जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जब तेजस्वी को हमसे बात करने की भी फुरसत नहीं है तो यह कैसी जन विश्वास यात्रा है।
लोगों की बात सुने बिना निकल गए तेजस्वी
प्रदर्शनकारी तेजस्वी के देर से पहुंचने और उनकी फरियाद सुने बिना यात्रा के अगले पड़ाव की ओर चले जाने से काफी नाराज हो गए थे। नाराज लोगों ने तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाए। जन विश्वास यात्रा को लेकर अब्दुल्ला नगर में काफी संख्या में लोग सुबह 11 बजे से ही उनका इंतजार कर रहे थे। यात्रा में काफी देर हो जाने के कारण तेजस्वी लोगों से बिना मिले ही अगले पड़ाव की ओर निकल गए। इसी बात को लेकर लोगों का गुस्सा फूट गया। लोगों ने पार्टी के झंडे और तख्तियों में आग लगा दी। गुस्साए लोगों ने अब्दुल्ला नगर मुख्य मार्ग पर आगजनी करते हुए सड़क को जाम कर दिया और तेजस्वी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
कहा- यह कैसी जन विश्वास यात्रा
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 26 एकड़ जमीन पर वह लोग पिछले कई सालों से रह रहे हैं। अब इसे किसी ने अपने नाम करा लिया है। कोर्ट ने सभी घरों को तोड़ने के आदेश दे दिए हैं। दो बार पुलिस उनके आशियाने को उजाड़ने पहुंच चुकी है। वह लोग गरीब हैं, इस कारण अपना पक्ष कोर्ट में नहीं रख पाए। लोगों ने कहा कि अब उनके सामने फुटपाथ पर रहने की स्थिति आ गई है। वह तेजस्वी से अपनी बात कहने के लिए सुबह से भूखे-प्यासे इंतजार कर रहे थे, तेजस्वी पहुंचे और बिना मिले ही आगे चले गए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब वह जनता की बात ही नहीं सुन रहे, तो फिर जन विश्वास यात्रा का क्या मतलब है।