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Bihar मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: में ब्रजेश ठाकुर के करीबियों से CBI कर सकती है पुछताछ!

Bihar मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: मुजफ्फरपुर बालिका गृह से हजारीबाग की बच्ची को रहस्यमयी तरीके से गायब कर देने के मामले में, CBI ब्रजेश ठाकुर

By Janbol News

Edited By:

Ravish Kumar

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Bihar मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड:

Bihar मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: मुजफ्फरपुर बालिका गृह से हजारीबाग की बच्ची को रहस्यमयी तरीके से गायब कर देने के मामले में, CBI ब्रजेश ठाकुर के कई करीबियों का पता लगाने में जुटी है। ऐसा बताया जा रहा है की बच्ची को गायब करने में मानव अंग तस्करों का हाथ है। सीबीआई को इसमें आशंका है,कि ब्रजेश ठाकुर के करीबी लोगों की भी मिलीभगत हो सकती है।

Bihar मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड:  मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है। ब्रजेश ठाकुर और उसके NGO सेवा संकल्प एवं विकास समिति पर CBI की नजर तो थी ही, अब इससे जुड़े कई लोगों पर भी CBI की नजर है। CBI ने एक बार फिर शहर के कई लोगों को रडार पर लिया है। NGO से जुड़े कई लोगों से मामले में CBI पूछताछ कर सकती है।

कई चौकानेवाली बात सामने आयी

जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच में CBI के सामने कई चौकानेवाली बात आई, उसी में से एक मामला मुजफ्फरपुर बालिका गृह से हजारीबाग की एक बच्ची को रहस्यमयी तरीके से गायब कर देने का है। बच्ची मानसिक और शारीरिक रूप से दिव्यांग थी। बच्ची को गायब करने के पीछे मानव अंग तस्करों का हाथ बताया जा रहा है। CBI को इसमें ब्रजेश के करीबी लोगों की शामिल होने की आशंका है। CBI को ब्रजेश के करीबियों से जुड़े कई तथ्य बालिका गृह कांड की जांच में मिली है।

फर्जी रिलीज ऑडर , फर्जी माता-पिता  साथ में फर्जी मुखिया

जाॅंच में CBI को पता चला है कि सीतामढ़ी CWC के फर्जी रिलीज ऑर्डर पर बालिका गृह से 10 नवंबर, 2015 को हजारीबाग की बच्ची को बाहर किया गया जो गायब हो गयी। जिस दिन फर्जी रिलीज ऑर्डर जारी हुआ था, उसी दिन बच्ची को लेने उसके फर्जी माता-पिता मुजफ्फरपुर के बालिका गृह पहुंचे थे। फर्जी वोटर आई कार्ड बालिका गृह में दिया था। माता-पिता की पहचान करने वाला हजारीबाग का नथुनी मुखिया भी फर्जी था। इसको लेकर बाद में 29 जुलाई 2023 को पटना CBI थाना में FIR दर्ज की गई थी।

फरार बताई गईं दो बच्चीयों का भी अभी तक नहीं मिला सुराग

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच के दौरान यह पता चला था, कि गृह से 24 नवंबर 2013 को चार बच्चीयाॅं फरार हो गई थीं। लेकिन, ये बच्चियां कहां गई और कैसे गायब हुईं, इसकी कोई जांच नहीं हुई थी। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के खुलासे के बाद पुलिस ने 2018 में इसकी जांच की। पुलिस ने चार बच्चीयों में से दो का सुराग ढूंढा, लेकिन फुलपरास और नई दिल्ली के पहाड़गंज की दो किशोरी का कोई सुराग नहीं मिला।

18 दोषियों को सुनाई जा चुकी है सजा

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में 18 दोषियों को दिल्ली विशेष कोर्ट से सजा सुनाई गई है। ब्रजेश ठाकुर समेत अन्य आरोपित तिहाड़ जेल में मौत होने तक आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।

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