जनबोल न्यूज
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता सही पूर्व प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास 1- पोलो रोड को कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने का राज्य सरकार से अनुरोध किया है । पटना सहित पूरे राज्य में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बेड की कमी पड़ गई है । स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है ।ऐसे समय में नेता प्रतिपक्ष ने अपने निजी कोष से बेड, जरूरी सामानों दवा तथा अनुकरण की व्यवस्था के साथ-साथ मरीजों के परिजनों के लिए खाने तथा पीने की व्यवस्था करवाया है। यह एक सराहनीय कदम है लेकिन अफसोस की बात है कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को इस तरह की व्यवस्था स्वीकार्य नहीं है। तेजस्वी यादव द्वार उपलब्ध करवाये जा रहे व्यवस्था को स्वीकार करने की जगह इसे आलोचना और राजनीति का आधार बना रहे हैं । जबकि होना यह चाहिए था वह नेता प्रतिपक्ष के आग्रह को स्वीकार करके डॉक्टरों की टीम के साथ कोविड अस्पताल के रूप में इसे सुचारू ढंग से चलाने की अनुमति प्रदान करते । नेता प्रतिपक्ष को धन्यवाद करते हुए इसे एक बेहतर पहल बताते । उसकी जगह उन्होंने उनकी आलोचना की है जो समझ से परे है । पूरे देश में जो भी अपने स्तर से जगह और बेड तथा जरूरी सामान उपलब्ध करवाया है उसे संबंधित राज्य की सरकार सहर्ष स्वीकार करके उस स्थान को अपने स्वास्थ्य व्यवस्था के अधीन लेकर डॉक्टरों की सुविधा प्रदान करके कोविड प्रोटोकॉल के तहत इलाज की व्यवस्था करवा रही है । जहाँ आम लोगों को अस्पताल जैसी सुविधाएं मुहैया कराने में राज्य सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है लेकिन बिहार में ठीक उलटा है।
एजाज ने आगे कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को भाग्य और भगवान भरोसे छोड़कर सिर्फ राजनीति बयानबाजी करने में ही विश्वास करते हैं । उन्होंने कल हीं स्वीकार किया है कि बिहार में वेंटिलेटर की व्यवस्था सुचारू ढंग से इसलिए नहीं चल पा रही है क्योंकि यहां पर वेंटिलेटर चलाने वाले स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध नहीं हैं । जब ऐसे आपदा के समय में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर चलाने वाले की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है तो यहां पर मरीजों का किस तरह से इलाज चल रहा है यह सभी को समझ में आ जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंगल पांडे जी नेता प्रतिपक्ष ने पत्र लिखकर स्पष्ट रूप से राज्य सरकार से आग्रह किया है कि मैंने अपने स्तर से जगह बेड जरूरी सामान दवा तथा अन्य प्रकार के उपकरण की व्यवस्था करवा दी है आप इस इसे अपने अधीन करके कोविड अस्पताल के रूप में राज्य सरकार की देखरेख में आम लोगों के इलाज की व्यवस्था करवाएं तो भी आपने इस मामले में सिर्फ तंज करने पर विश्वास करते हैं । जबकि राज्य सरकार को इनके पहल की आपको तारीफ तारीफ करनी चाहिए थी । इस तरह की पहल करके नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था में सहयोग करने का काम किया है और आपसे अनुरोध किया है कि जो भी बन सकेगा उसे वह अपने स्तर से उपलब्ध कराते रहेंगे । फिर भी आपको आम जनता के हित की बातें पसंद नहीं है सिर्फ बयान बाजी करने से ही बिहार की जनता का इलाज नहीं हो सकता है इसके लिए अस्पताल बेड दवा ऑक्सीजन और एंबुलेंस की व्यवस्था करवानी होगी । आपके द्वारा हाथ खड़े कर लेने के कारण ही आज ऐसी स्थिति हो रही है कि लोग बिना इलाज के तड़प तड़प कर मर रहे हैं । आप अपनी सिर्फ वाह वाही लूटने पर ही विश्वास करते हैं जबकि मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक ने भी कहा है कि सभी के सहयोग से ही कोविड जैसी महामारी से लड़ा जा सकता है और इसमें कामयाबी मिल सकती है ।