Janbol News
आज एक तरफ जहाँ कोरोना संक्रमण के प्रभाव से गाँव भी अछूता नहीं है वहीं गाँव के स्वास्थ्य उप केंद्र गाय भैेंस का बसेरा बना हुआ है। यह बदहाली है पिपरा प्रखंड के गेल्हिया गाँव के स्वास्थ्य उप केंद्र का जहाँ जन अधिकार छात्र परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह आरटीआई एक्टिविस्ट गौतम आनंद जब स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थिती को देखने के लिए स्वास्थ्य केंद्र गेल्हिया पहुंचे तो देखा कि वहाँ गाय भैंस का बसेरा बना हुआ है। यही नहीं ऊपर बरामदें पर मकई का ढेर लगा हुआ था। अंदर जाने पर रूम में ग्रामीणों का अवैध कब्जा है तो बाहर की खाली जमीन जो अस्पताल का हीं है वहाँ भी अवैध रूप से घर बना लिया गया है। एक तरफ लगातार जहाँ इलाज के अभाव में गरीब लोगों का जीवन तबाह है तो दूसरी तरफ सुपौल का सरकारी स्वस्थ्य व्यवस्था के अंदर लूट और लापरवाही मची हुई है। गौतम आनंद ने कहा कि आखिर क्या वजह है जो जिले के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों स्वस्थ्य उप केंद्र में डॉक्टर और नर्स की नियुक्ति के बावजूद भी वे अस्पतालों में ईलाज करने नहीं आते हैं। क्या सुपौल जिले के सिविल सर्जन या पिपरा प्रखंड के स्वस्थ्य प्रभारी को इनकी सूचना नहीं है ? क्या इन जगहों पर बहाल डॉक्टर और नर्स ऊपर के पदाधिकारियों को चढ़ावा देकर अपने -अपने घरों में आराम फरमा रहे होते हैं? सरकारी शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था की बदतर होती स्थिति समाज के गरीब परिवार को लगातार पीछे ढकेलने का काम कर रही है फिर भी न तो ग्रामीण और न हीं गाँव के जन प्रतिनिधि इसके प्रति चिंतित हैं, न हीं जिम्मेवार । आखिर स्वास्थ्य उपकेंद्रों की यह बदतर हालात के लिए जिम्मेवार और दोषी कौन है ? क्या उनके खिलाफ मुकदमा नहीं होनी चाहिए ? आरटीआई के माध्यम से इसका खुलासा कर सभी पदाधिकारियों की लूट व्यवस्था के खिलाफ जन आंदोलन का आगाज जल्द किया जाएगा। गौतम आनंद ने कहा कि ज़न अधिकार पार्टी से जुड़े गाँव के एक- एक कार्यकर्ता सरकारी स्वास्थ्य एवं शिक्षा के खिलाफ आगे पंचायत स्तर पर मजबूती से युवा समिति बना कर पोल खोल अभियान तेज करेगा। मौके पर जाप के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक जी, देवीलाल यादव, मनीष कुमार, अमर प्रताप, उदय कुमार ,कुन्दन,रौशन सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।