जनबोल न्यूज
वैशाली की गुलनाज खातून के साथ छेड़खानी कर जिंदा जलाए जाने के खिलाफ तथा न्याय दिलाने के लिए AISF परबत्ता, खगड़िया का प्रतिरोध यह आंदोलन प्रशांत सुमन के नेतृत्व में किया गया .
यह मार्च टमटम स्टैंड परबत्ता से चलकर परबत्ता थाना होते हुए ब्लॉक में खत्म किया गया । मौके पर उपस्थित छात्र नेता सह AISF राज्य परिषद सदस्य प्रशांत सुमन ने कहा “पितृसत्ता हमेशा स्त्रियों का दमन करते आई है। उस दमन के खिलाफ हमेशा आवाज उठनी चाहिए ।
प्रशांत सुमन ने कहा पिछले दिनों आपने देखा हाथरस में किस प्रकार एक बेटी की, एक बहन का अस्मत भी लूटा गया और उसकी जुबान काट दी गई उसकी मौत हो जाती है और प्रशासन उसकी लाश को उसके परिजन को बिना सौपे जला देती है। उसके खिलाफ भी हमारी लड़ाई जारी है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हत्यारों के पक्ष में खड़े होकर के अपने राजनीति को चमकाने का काम कर रहे हैं । किस प्रकार खुलेआम उनके परिजनों को डराया जाता है उन्हें धमकियां दी जाती है वह वीडियो भी वायरल हुआ था ।
वैशाली में गुलनाज को भी जिंदा जला दिया गया । एक तरफ आग शांत नहीं होती है कि दूसरी लग जाती है । हमें इंसानियत का फर्ज अदा करना चाहिए मैं मांग करता हूं और AISF मांग करता है कि गुलनाज के परिवार को सरकार सुरक्षा दे और मुआवजा दे ताकि उनके परिवार वालों के जिंदगी आसान हो सके और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए उच्च स्तरीय जांच कमीटी का गठन हो और ठीक से जांच प्रक्रिया करके न्याय सुनिश्चित करने का काम करें ।”
सौरभ कुमार ने कहा “सत्ता दबंगों के हाथ में स्थानांतरित हो गई है जो अपनी मनमर्जी से प्रशासन को चलाती है । गुलनाज के साथ बर्बरता होती है उसे जिंदा जला दिया जाता है और वह खबर में प्राइम टाइम नही बन पाया ।
मौके पर सबीना खातून, कुंदन कुमार, रौशन कुमार, मयंक कुमार, टुनटुन कुमार, बिट्टु मिश्रा, चार्ली आर्या, शंकर कुमार, श्रीराम कुमार, विश्वजीत कुमार, सूरज कुमार, समरजीत, विकाश, संदीप, सन्नी कुमार इत्यादि मौजूद थे ।