Rajyasabha bi-election ; सुशील मोदी के राजनीतिक भविष्य पर लगनेवाले कयासों पर अब विराम ल गया है। भाजपा(BJP) ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। भाजपा के तरफ से सुशील मोदी को राज्यसभा उप चुनाव का उम्मीदवार घोषित किया गया है। राज्यसभा उपचुनाव 14 दिसंबर को होना है। दरअसल यह सीट लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई थी।
सुशील मोदी बिहार के दिग्गज नेता हैं और नीतीश कुमार की अगुआई में 2005 से 2020 तक एनडीए सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे। हालांकि इस बार बीजेपी ने उनकी जगह तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया है। इस फैसले से सुशील मोदी नाराज भी बताए जा रहे थे। उन्होंने ट्विटर पर भी लिखा था कि कार्यकर्ता का पद उनसे कोई नहीं छीन सकता है। यह तय माना जा रहा था कि सुशील मोदी को केंद्र में लाया जा सकता है।
महागठबंधन फिर उतार सकता है प्रत्याशी
51 साल बाद बिहार विधान सभा में स्पीकर के चुनाव के लिए वोटिंग की स्थिति पैदा करने वाले महागठबंधन के रूख पर निर्भर करता है कि मोदी निर्विरोध राज्यसभा (Rajyasabha bi-election) चुन कर जाते हैं या वोटिंग की स्थिति पैदा होती है। वैसे विधान शभा में एनडीए के बहुमत को देखते हुए फिलहाल यह कहा जा सकता है कि सुशील मोदी ने लगभग 50% रास्ता तो तय कर लिया है। लेकिन यदि महागठबंधन भी यदि प्रत्याशी उतारता है तो ऐसी स्थिति में वोटिंग की स्थिति पैदा हो सकती है तब 14 दिसंबर को वोटिंग की स्थिति बनेगी तभी साफ हो पायेगा मोदी राज्यसभा जायेंगे या नहीं