जनबोल न्यूज
बिहार सरकार व्यवस्था कर दी है कि किसी भी जिले के प्लॉटर से राज्य के किसी गांव का नक्शा निकाला जा सकता है. अब जल्द ही घर बैठे कहीं का नक्शा मंगा लेने की सुविधा मिलने वाली है।
एनआईसी इसके लिए नया सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है। पहले प्लॉटरों की सीमा अपने जिले तक ही थी। यानी जिस जिले के गांव का नक्शा चाहिए उस जिले के प्लॉटर पर जाना होता था। राज्य में नक्शा निकालने की पहले एक ही व्यवस्था थी। पूरे बिहार के सभी मौजों का नक्शा सिर्फ गुलजारबाग स्थित बिहार सर्वेक्षण कार्यालय से ही प्राप्त किया जा सकता था। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने हर जिले में प्लॉटर लगा दिया है। इन प्लॉटरों के माध्यम से गांवों का मानचित्र उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन अब इस व्यवस्था और सरल किया गया है।
भूमि सुधार विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एनआईसी एक नया सॉफ्टवेयर बनाने में लगा है जिसके जरिए कोई भी रैयत घर बैठे ऑनलाइन अपने मौजा का नक्शा मंगा सकता है। भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर ई-कॉमर्स के तर्ज पर काम करेगा। इसमें भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय तथा भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय डाक विभाग आपस में जुड़े होंगे। एसबीआई द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करने की पुष्टि करते ही गुलजारबाग स्थित सर्वेक्षण कार्यालय में नक्शे को प्रिंट कर उसकी पैकेजिंग कर दी जाएगी। उसके बाद डाक विभाग संबंधित ग्राहक के पते पर नक्श को पहुंचा देगा। निदेशक ने बताया कि डाक विभाग एवं एसबीआई के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। सॉफ्टवेयर निर्माण का काम अंतिम चरण में है। उम्मीद है जनवरी के आखिर तक यह सुविधा बिहार के लोगों को उपलब्ध करा दी जाएगी।