राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता एजाज अहमद ने केंद्रीय बजट को पूरी तरह से जनविरोधी आम लोगों के हितों के खिलाफ और निजीकरण को बढ़ावा देने वाला बताया ।
इन्होंने आगे कहा कि कहा कि रेलवे और एयरपोर्ट जैसे राष्ट्रीय संपत्ति को निजी क्षेत्रों में देने की बात देश के आम लोगों पर भारी पड़ेगा। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार की मंशा आम जनों के हितों के मुकाबले कॉर्पोरेट घरानों की हितों की रक्षा करना तथा उन्हें फायदा पहुंचाने की पॉलिसी का समावेश इस बजट में किया गया है । जबकि रेल और एयरपोर्ट को राष्ट्रीय संपत्ति माना जाता है और आज उसे भी निजी क्षेत्रों में देने की बात बजट में की गई यह कहीं से भी उचित नहीं है। इससे राष्ट्रीय संपत्ति को बचाने में भी सरकार को आगे कठिनाई पेश होगी।
एजाज ने केंद्र सरकार अविलंब इस फैसले को वापस लेने की मांग की है, अन्यथा राजद रेल कर्मचारियों तथा एयरपोर्ट कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष और आंदोलन का शंखनाद करेगा, और इसके खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करेगा। यह बजट पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के चुनाव को देखकर बनाया गया मालूम पड़ता है।