BIHAR Lock down कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच लॉकडाउन की कवायद तेज है। इन सब के बीच बिहार एनडीए में तकरार बढ़ने लगा है। दरअसल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लॉकडाउन के समर्थन के लिए नीतीश सरकार के सामने लगभग असंभव सा शर्त रख दी है। मांझी ने ट्वीटर के माध्यम से बिहार के आम आवाम के दर्द को साझा करते हुए लिखा है।
”मैं लॉकडाउन का समर्थन करूँगा यदि तीन महीना तक, सबका बिजली बिल,पानी बिल,स्कूल/कॉलेजों की फ़ीस माफ कर दिया जाए, किराएदारों का किराया,बैंक लोन EMI माफ कर दिया जाए… किसी को शौक़ नहीं होता जान जोखिम में डालकर बाहर जाना पर “रोटी” और “कर्ज” जो ना कराए। ये बात AC वाले लोग नहीं समझेंगे।”
मांझी के इस ट्वीट से साफ है लॉक डाउन लगाये जाने से पहले सरकारी तैयारी की कमी दिख रही है।
नाईट कर्फ्यू के बाद भी नहीं घट रहे कोरोन मरीज
दरअसल कोरोना के वेकाबू हो रहे दूसरे लहर में संक्रमण के बाद नाईट कर्फ्यू लगायी गयी थी बावजूद संक्रमितों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना बढ़ रहे संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सरकारी तौर पर लॉकडाउन (BIHAR Lock down) की पूरी तैयारी है जिसके बाद मांझी की यह प्रतिक्रिया आयी है। बताते चलें कि बिहार में मंगलवार को भी 12,604 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। पटना में सर्वाधिक 1837 नए कोरोना संक्रमित मिले। पटना सहित छह जिलों में पांच सौ से अधिक नए संक्रमित मिले हैं। औरंगाबाद में 622, बेगूसराय में 611, गया में 769, सारण में 543 और पश्चिमी चंपारण में 639 नए संक्रमित मिले। पिछले 24 घंटे में राज्य में 1 लाख 328 सैम्पल की कोरोना जाँच की गई थी। मौत के आंकड़ों की बात करें तो सूबे में अबतक 35 दिनों में इस वर्ष 594 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष 146 दिनों में 537 संक्रमितों की मौत हुई थी।