IMA Reacted on Ramdev : कोरोना महामारी में कोरोनिल लाकर लोगों को चौंकाने वाले बाबा रामदेव को एकबार फिर पलटी मारनी पड़ी है। योग और स्वदेशी चीजों के व्यापार के अलावा बाबा रामदेव राजनीतिक बयान भी देते रहते हैं। जहाँ बाबा ने कुछ साल पहले राहुल गॉधी द्वारा दलितों के घर जाने को लेकर हनीमुन स्पॉट बता कर चर्चा में आये थे तो 2019 के नवंबर में दलित पिछड़ों के बौद्धिक तबके को आतंकवादी बता कर चर्चा में आये । इस बार बाबा बिजनेस टू बिजनेस बयान देकर फंस गये।
क्या है बाबा का बिजनेस वाला बयान ?
आइएमए का बाबा रामदेव पर बयान ( IMA Reacted on Ramdev ) का सार है बाबा का बिजनेस आयुर्वेद का है इसलिए एलोपैथ के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। दरअसल बाबा का बिजनेस आयुर्वेद का है। पतंजलि आरोग्य ट्रस्ट स्वदेशी सामानों और आयुर्वेदिक सामानों की मार्केटिंग करती है। बाबा रामदेव को ऐलोपैथ नहीं पचा तो बाबा ने बयान दिया कोरोना की दवा और रेमडेसिविर लेने से पत्रकार रोहित सरदाना समेत कई लोगों की मौत हुयी है। बाबा यहीं नहीं रूके। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में बाबा रामदेव ने कहा है, ‘मॉडर्न एलोपैथी एक ऐसी स्टुपिड और दिवालिया साइंस है, लाखों लोगों की मौत एलोपैथ की दवा खाने से हुई है। बाबा के इस बयान के बाद इंडियन मेडिकल एशोसिएशन (IMA) हड़कत में आयी और देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के नाम पत्र लिख डाले । दो पन्नों के पत्र में मांग किया गया कि या तो आधुनिक चिकित्सा पद्धिति को भंग कर दें या रामदेव के खिलाफ महामारी एक्ट में तुरंत केस दर्ज हो। ऐसा नहीं होने के केस में आइएमए (IMA) खुद एक्शन लेगा। अपने पत्र के माध्यम से एसोसिएशन ने कहा कि बाबा रामदेव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के गुरु होने के साथ ही एक दवा निर्माता कंपनी के दिग्गज भी हैं। वे जनता को गुमराह करने के लिए अपनी कंपनी के उत्पादों के बारे में कई बार झूठ भी बोल देते हैं.
बैकफुट पर बाबा रामदेव
देश में आयुर्वेद के बड़े व्यापारी और पतंजलि आरोग्य ट्रस्ट के मालिक के खिलाफ आइएमए (IMA) के सख्त रवैये से बाबा रामदेव बैकफुट पर दिख रहे हैं। बाबा की आयुर्वेदिक दवा निर्माता कंपनी ने योग गुरु के बचाव में सफाई पेश करते हुए कहा है कि आधुनिक विज्ञान के प्रति बाबा रामदेव की मंशा गलत नहीं थी। आईएमए (IMA) की ओर से लगाए गए उन आरोपों को पतंजलि योगपीठ ने शनिवार को खारिज किया है, जिसे लेकर आईएमए (IMA) ने कहा है कि योगगुरु रामदेव ने ऐलोपैथी के खिलाफ अज्ञानतापूर्ण बयान देकर लोगों को गुमराह किया और वैज्ञानिक चिकित्सा को बदनाम कर रहे हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक हरिद्वार स्थिति पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट ने एक बयान जारी कर कहा कि रामदेव चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का बेहद सम्मान करते हैं, जो महामारी के ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में दिन-रात काम करते हैं। पतंजलि ने कहा कि वह उन्हें और कार्यक्रम में भाग ले रहे कई अन्य सदस्यों के फॉरवर्डेड(Forwarded) मैसेज व्हाट्सऐप पर पढ़ रहे थे। पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के महासचिव आचार्य बालकृष्ण के हस्ताक्षर वाले बयान में कहा गया कि स्वामी जी की आधुनिक विज्ञान और आधुनिक चिकित्सा पद्धति से चिकित्सा करने वालों के खिलाफ कोई गलत मंशा नहीं है। उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाया जा रहा है वह गलत और निरर्थक है