Choksi PNB Fraud Case ; पीएनबी धोखाधड़ी मामले में आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को आज भारत लाया जा सकता है। दरअसल डोमनिका की अदालत में 2 जून को मेहुल चोकसी के खिलाफ सुनवाई होनी है। डोमनिका की अदालत में जब तक सुनवाई नहीं होती है तब तक के लिए मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर रोक लगी है। अदालती कार्रवाई में शामिल होने के लिए आठ सदस्यीय भारतीय टीम भी पहुंच चुकी है। आठ सदस्यों वाली टीम में विदेश मंत्रालय , सीबीआई , प्रवर्तन निदेशालय और सीआरपीएफ के दो-दो अधिकारी शामिल हैं। यह टीम शनिवार को हीं चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए निजी जेट विमान से डोमनिका पहुंच गयी थी। संभावना जतायी जा रही है कि प्रत्यर्पण की अनुमति मिलने पर इसी विमान से मेहुल चोकसी को भारत लाया जा सकता है। बाते चलें कि हीरा कारोबारी व पीएनबी के 13500 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में आरोपित मेहुल चोकसी बीते 23 मई को लापता हो गया था। इसके बाद 26 मई को डोमिनिका में पकड़ा गया था। मेहुल चोकसी के अधिवक्ताओं की ओर से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण मामले की सुनवाई करते हुए डोमिनिका की अदालत ने दो जून तक प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी थी ।
भारत लाये जाने के बाद गुजरना होगा कानूनी प्रक्रिया से
भारत से भगोरा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से अवैध रूप से डोमनिका में प्रवेश करने के बाद गिरफ्तारी तो कर ली गयी थी। लेकिन चोकसी की गिरफ्तारी के बाद जिस प्रकार से डोमनिका और एंटीगुआ भारत को सहयोग कर रहा है इससे लगता है कि उसे डोमनिका की अदालत में सुनवाई के बाद सीधे भारत लाया जा सकता है। बताते चलें कि भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी से 13500 करोड़ की धोखाधड़ी ( Choksi PNB Fraud Case ) का आरोपी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी ( Mehul choksi arrest ) के बाद यदि भारत प्रत्यर्पित किया जाता है तो उसे यहां कड़ी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा । मेहुल चोकसी 2018 से ही भारत से फरार होकर एंटीगुआ और बरमुडा की शरण में है।