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नोटबंदी ( Demonetisation),आज से छह साल पहले 8 नवंबर 2016 को पूरे देश में तब चलन में रहे 500 रूपये और 1000 रूपये के नोट को एका-एक बंद कर दिया गया था। अपने पुराने नोटों को बदलने के लिए लम्बी कतारें लगीं थी। यह सच है कि अफरा तफरी के महौल में कई जानें गयीं थी। भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार ने यह दावा किया था कि नोटबंदी से काले धन का चलन घटेगा,कैश में लेने देन घटेंगे। विपक्ष का दावा ठीक इसके उलट था। जहॉं सत्ता पक्ष नोटबंदी को अपनी सफलता मानता है वहीं विपक्ष सरकार की विफलता।
नोटबंदी (Demonetization) के छह साल पुरा होने पर राहुल का तंज
नोटबंदी (Demonetization) के छह साल पूरे होने पर कॉग्रेस नेता राहुल गॉधी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तंज कसा है। इस दौरान उन्होने एक ट्वीट शेयर किया है । ट्वीट के में उन्होने लिखा है नोटबंदी 2-3 अरबपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था ताकि छोटे और मध्य दर्जे के कारोबार को खत्म कर अपने दोस्त का एकाधिकार कायम की जा सके। उन्होंने अपने ट्वीट में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए ‘पेपीएम’ लिखा है।
Demonetisation was a deliberate move by ‘PayPM’ to ensure 2-3 of his billionaire friends monopolise India’s economy by finishing small & medium businesses. pic.twitter.com/PaTRKnSPCx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2022
बताते चलें की प्रधानमेंत्री मोदी ने नोटबंदी करते समय यह घोषणा की थी कि इससे काले धन खत्म होंगे, नकली नोटों के चलन पर अंकुश लगेंगे तथा डि़जिटल पेमेंट का चलन बढ़ेगा।
सरकारी दावे से उलटा है आरबीआई (RBI ) की रिपोर्ट
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार ने नोटबंदी ( Demonetisation ) करने के लिए जिन वजहों को बताया था उसमें नकली नोटों पर अंकुश भी एक मकसद था। आरबीआई के 27 मई की जारी रिपोर्ट की मानें तो यह दाबा की नकली नोटों पर अंकुश लगेगा उलटा साबित हुआ है। आरबीआई की उक्त रिपोर्ट में यह दाबा किया गया है नकली नोटों के चलन में 10.7 फिसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसमें पॉच सौ के नकली नोट में 101.93 प्रतिशत बढ़ने की बात कही गयी है तो 2000 के नोट में 54 % तक बढ़ोतरी की बात कही जा रही है। इसके अलावा छोटे कैरेंसी जैसे की 10 , 20 50,100 और 200 रूपये के नोटों में भी नकली नोटों की संख्या में वृधि हुई है।