पटना : विद्या व बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा आज माघ शुक्ल पंचमी बसंत पंचमी के साथ बुधवार , चौदह फरवरी को पूरे दिन की जाएगी। भक्त पर्व के दिन रेवती नक्षत्र व रवियोग में पूजा-अर्चना करेंगे। मां सरस्वती के साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, नवग्रह, पुस्तक संग वाद्ययंत्र को श्रद्धालु पूजेंगे। एक दूसरे को गुलाल लगाकर प्रसाद ग्रहण किया जाएगा। बच्चों का इस दिन अक्षरारंभ संस्कार होगा। इसके साथ ही नए कार्यों का शुभारंभ किया जाएगा। बसंत पंचमी के दिन अबूझ मुहूर्त होने से पूरे दिन मां की पूजा-अर्चना होगी। पंचमी तिथि सुबह 6.28 बजे से शाम 5.52 बजे तक रहेगी। इस दौरान श्रद्धालु विधि-विधान के साथ ज्ञान की देवी पूजन कर आशीष प्राप्त करेंगे। घरों से लेकर कालेज, शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की भव्य प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालु भक्ति भाव और पूरे उल्लास से पूजन करेंगे।
राशि के अनुसार मां सरस्वती की पूजा
मेष- सिंदूर, लाल फूल, गुलाबी अबीर अर्पण करें।
वृष – हरे रंग की कलम, पीला फूल चढ़ाएं।
मिथुन- श्वेत रंग की कलम, अपराजिता पुष्प, नारियल अर्पण करें।
कर्क – लाल कलम, इत्र, अभ्रक चढ़ाएं।
सिंह- पीले रंग की कलम, लाल फूल, अभ्रक अर्पित करें।
कन्या- गुड़, अबीर, इत्र अर्पण तथा पुस्तक का दान करें।
तुला- नीला कलम, पंचामृत, गुलाबी अबीर, इत्र चढ़ाएं।
वृश्चिक- सफेद रेशमी वस्त्र, ऋतुफल, गंगाजल अर्पित करें।
धनु- श्वेत चंदन, अबीर, पीला फूल चढ़ाएं।
मकर- अरबा चावल, दही, पुष्प माला, शहद अर्पण करें।
कुंभ- खीर, पीला अबीर, इत्र चढ़ाएं।
मीन- सफेद वस्त्र, पीला फूल, घी अर्पित करें।
पूजन मुहूर्त :
लाभ व अमृत मुहूर्त: प्रातः 06:28 बजे से सुबह 09:15 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त: सुबह 10:40 बजे से दोपहर 12:04 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: 11:41 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक
चर मुहूर्त: शाम 02:52 बजे से 04:17 बजे तक