रक्सौल (पूर्वी चंपारण) : आज शनिवार को भारत और नेपाल के उच्चाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। भारत के रक्सौल स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट की सभागार में आयोजित बैठक में दोनों देशों के बीच अपराध और अपराधियों पर नजर रखने, नेपाल में छिपे अपराधियों को भारत लाने और होली व लोकसभा चुनााव को लेकर कई अहम मुद्दों पर आपसी सहमति बनी। इस बैठक के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सख्त रही। बैठक के दौरान होली और आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान दोनों देशों के बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सहयोग की चर्चा की गई। इस दौरान दोनों देशों के बीच आने-जानेवाले वाहनों की सख्त जांच और लोकसभा चुनाव की तिथि से तीन दिन पूर्व सीमा को सील करने का आग्रह नेपाल के अधिकारियों से किया गया। दोनों देशों के अधिकारियों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी किया।
बैठक के दौरान नेपाल प्रशासन से भारत विरोधी आतंकी संगठनों पर नजर रखने और आपसी सहयोग से अपराधियों और आतंकियों पर नकेल कसने का आग्रह किया गया। इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई साथ ही चिहिन्त अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया। दोनों देशों में छिपे अपराधियों को सौंपने की प्रक्रिया को और आसान बनाया जाए। भारतीय अधिकारियों ने नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से शराब, हथियार, जाली नोट, सुपारी, उर्वरक आदि की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सहयोग का आग्रह किया। इसके अलावा नो मैंसलैंड पर अतिक्रमण, बार्डर पिलरों की स्थिति की जानकारी साझा की गई।
इस बैठक में पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के डीएम और एसपी, बगहा के एसपी, सीतामढ़ी के डीएम प्रतिनिधि, नेपाल के पर्सा , बारा, रौतहट, सप्तरी जिले के प्रशानिक और पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। भारतीय पक्ष का नेतृत्व पूर्व चंपारण के डीएम सौरभ जोरवाल और नेपाली पक्ष का बारा जिले के सीडीओ रुद्र प्रसाद भट्टराई ने किया। पश्चिम चंपारण के डीएम दिनेश कुमार ने अपराध और अपराधियों सहित सूचनाओं के आदान-प्रदान और संयुक्त जांच अभियान चलाने पर जोर दिया।