कोलकाता : बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में गुरुवार को तृणमूल नेताओं के खिलाफ पी़डित महिलाओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने फिर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोप लगाया कि संदेशखाली में ईडी की टीम पर हमले का मास्टरमाइंड फरार तृणमूल नेता शाहजहां शेख के भाई सिराज अख्तर ने भी बड़े पैमाने पर उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर उनपर मछली पालन केंद्र बना दिया है। लोगों ने 22 फरवरी, गुरुवार को संदेशखाली स्थित ऋषि अरबिंदो मिशन मैदान पर दोबारा कब्जा कर लिया। यह खेल मैदान इलाके में ‘बाघ के मैदान’ के नाम से जाना जाता था। यहां के लोग शाहजहां को ‘बाघ’ कहते थे। लोगों का आरोप है कि शाहजहां और उसके समर्थकों ने इस मैदान पर कब्जा कर लिया था। स्थानीय बच्चों को यहां खेलने नहीं दिया जाता था। लोगों ने मैदान के चारों ओर शाहजहां का नाम लिखी दीवारों पर सफेदी भी कर दी। स्थानीय विधायक सुकुमार महतो की उपस्थिति में बशीरहाट पुलिस जिला अधीक्षक मेहदी हुसैन रहमान ने गांव के बच्चों को फुटबाल और जर्सियां दीं। इसके बाद मैदान पर खेल शुरू हुआ। दूसरी ओर गुस्साए लोगों ने शाहजहां के भाई सिराज के मछली पालन केंद्र के अस्थाई भंडार गृह में आग लगा दी।
अदालत परिसर में पुलिस ने छह को किया गिरफ्तार
संदेशखाली में पिछले दिनों विरोध-प्रदर्शन के दौरान टीएमसी नेता शिबू हाजरा के पोल्ट्री फार्म में आग लगा दी गई थी। घटना में छह आरोपित गुरुवार को बशीरहाट महकमा अदालत में अग्रिम जमानत के लिए पहुंचे थे। अदालत परिसर से ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर राज्य पुलिस के कार्यवाहक महानिदेशक राजीव कुमार ने स्थानीय लोगों की शिकायतें सुनीं तथा आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम ने किया संदेशखाली का दौरा
दूसरी ओर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) की टीम ने गुरुवार को संदेशखाली का दौरा कर स्थानीय लोगों की शिकायतें सुनीं। बड़ी संख्या में महिलाओं ने आयोग के अध्यक्ष अनंत नायक को बताया कि टीएमसी नेताओं व उनके समर्थकों ने उनकी जमीन कब्जा कर लिया है। बता दें कि पीड़ित महिलाओं में अनेक अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं। एनसीएसटी ने संदेशखाली कांड में बंगाल के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका और डीजीपी से शनिवार तक उत्पीड़न की शिकायतों पर राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।