जनबोल न्यूज
राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह विधायक, डॉ रामानुज प्रसाद एवं राजदके प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा की केंद्र एवं राज्य सरकारें किसानों को पूंजीपतियों एवं बिचैलियों के भरोसे छोड़ने का काम किया है देश का किसान अब सरकार के आगे नहीं बल्कि अदानी अंबानी जैसे पूंजी पतियों के अंतर्गत काम करने वाले बिचैलियों के आगे अपने फसल को ओने पौने दामों में बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं सरकार के द्वारा तय की गई न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत ना ही गेहूं की फसल की खरीद हुई और ना ही अभी तक धान की फसल की खरीदारी शुरू की गई है
केंद्रीय के द्वारा काले कृषि बिल का दुष्प्रभाव किसान भोगना चालू कर दिए हैं परंतु सरकार को किसानों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है केंद्र की सरकार पूंजीपतियों के हाथों का खिलौना बनी हुई है यही हाल बिहार में भी हो रही है अभी तक टैक्सों के द्वारा खरीद बिक्री का काम नहीं हो रहा है किसान जब भी पैक्स में जाते हैं तो ऑनलाइन खरीद बिक्री में लिंक नहीं रहने का बहाना बना दिया जाता
इन नेताओं ने कहां कि दिल्ली में जिस प्रकार किसान आंदोलन को दबाने के लिए लाठीचार्ज वाटर कैनन एवं आंसू गैस के गोले छोड़े गए यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं अनुचित है किसान अपनी मांग को रखने के लिए दिल्ली की ओर जाना चाह रहे थे तो उन्हें दिल्ली जाने की और अपनी बात रखने की लोकतंत्र में पूरी आजादी है परंतु भाजपा की सरकार को अन्नदाता किसानों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है वे सिर्फ और सिर्फ पूंजीपतियों की बात को सुनकर ही फैसला लेते हैं केंद्र की सरकार अंबानी एवं अदानी के इशारों पर यह काला कानून पूरे देश में लागू की है जिससे कि किसान और भी गरीब होंगे और किसानों के खून पसीने की कमाई भी पूंजी पतियों के द्वारा हजम किया जा रहा है केंद्र एवं राज्य सरकार अविलंब इस काले कानून को समाप्त करें और जिस प्रकार पुराने तरीके से एमएसपी पर किसानों की फसल को खरीदा
जाता था उसी प्रकार खरीदने की व्यवस्था सरकार करें।