96 वर्ष की उम्र में साल 2018 के 7 अक्टुबर को पहली बार यह अफवाह उड़ी MDH मसाले के मालिक धर्मपाल गुलाटी की मौत होगयी. दादा जी के अनोखे अंदाज और मसाले के दुनिया में MDH की पहचान ने आग की तरह खबर को फैला दिया। तब फैमली को सामने आकर कहना पड़ा था दादा जी दुरूस्त हैं लेकिन इसबार ऐसा नहीं हुआ ! Corona के शिकार धर्मपाल गुलाटी ठीक तो हुए लेकिन अंतत: दिल का दौड़ा परने से उनकी मौत होगयी। धर्मपाल गुलाटी की आज जब 03 दिसम्बर को मौत हुयी तो वे 98 वें साल के हो चुके थे।
पाकिस्तान से भारत और फिर ऐसे बने मसाले के दुनिया के बादशाह
मौजूदा पाकिस्तान और तब के संयुक्त भारत के सियालकोट में साल 1923 में महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म हुआ था। ज्यादतर सक्सेस बिजनेस मैन की तरह धर्मपाल गुलाटी भी School drop out थे. आजादी से पहले दादा जी गुलाटी ने सियालकोट में हीं अपने घरेलु कारोबार मसाले के बिजनेस में हाथ अजमानी शुरू की लेकिन बंटवारे ने जिंदगी बदला और चाचा सियालकोट से सिधे भारत की राजधानी दिल्ली पहुंचे। दिल्ली के कारोलबाग शुरू हुआ मसाले का दुकान देखते देखते देश के दिलों पर MDH मसाले की लेप चढ़ा दी।
15 Factory के मालिक थे धर्मपाल गुलाटी
धर्मपाल गुलाटी की मौत से निश्चित तौर पर भारत से एक सफल कारोबारी खत्म है. लेकिन FMCG कंपनीयों के लिए मिशाल कायम कर गये। मालुम हो कि भारत के Leading मसाले कंपनी MDH के पास वर्तमान समय में कुल 15 फैक्ट्रीयँ है। यहीं नहीं धर्मपाल गुलाटी अपनी सैलेरी के 90% हिस्से का इस्तेमाल चैरिटी के लिए किया करते थे। MDH न केवल भारत बल्कि दुबई और लंदन तक में अपने कारोबार का विस्तार कर रखा है.