जनबोल न्यूज
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता एजाज अहमद ने कहा कि बिहार के एनडीए सरकार जैसी निकम्मी सरकार देश के किसी सूबे में आज तक नहीं हुई है ,जहां मंगल पांडे जी जैसा संवेदनहीन स्वास्थ्य मंत्री गरीबों के लिए श्राप है । और गरीबों को तकलीफ में देखकर उन्हे खुशी मिलती है तभी तो जब चमकी बुखार के समय मुजफ्फरपुर और वैशाली में बच्चे अपनी जान गंवा रहे थे तब यह क्रिकेट मैच देखने में व्यस्त थे। और ऐसा लग रहा था जैसे इन्हें इंसानों के मौत के प्रति कोई परवाह ही नहीं है और यह बेपरवाह होकर अपनी मस्ती में मंत्रालय का कार्यभार देख रहे थे। एक तो सरकारी अनदेखी झेल रहा दयनीय स्वास्थ्य व्यवस्था, ऊपर से जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से गरीब मरीजों के जान से हो रहा है सिस्टम का खिलवाड़।
एजाज ने आगे कहा कि ऐसी सरकारी व्यवस्था से त्रस्त बिहारवासी अब सरकारी अस्पतालों से भी पलायन को विवश और मजबूर हो रहे। ऐसे अमानवीय सोच के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी को अस्पतालों से हो रहे मरीजों के पलायन के स्कोर से कोई लेना देना नहीं क्योंकि इसमें मनोरंजन नहीं है और ना ही क्रिकेट मैच के स्कोर के जैसा इसमें मजा है।
इन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह अपील की है कि जनहित में मरीजों के बेहतर इलाज के लिए जूनियर डॉक्टर के साथ सरकार संवाद बनाकर जल्द से जल्द उनकी जायज मांगों को मानते हुए हड़ताल समाप्त कराने की दिशा में अविलंब कार्रवाई करें क्योंकि यह आम जनों के जान की कीमत पर ही हड़ताल चल रहा है जो कहीं से भी उचित नहीं है और यह मानवता के विरुद्ध है। एनडीए सरकार का इलाज डॉक्टर और मरीज दोनों ढूंढ रहे हैं इस महाजंगलराज में जिसमें भाजपा और जदयू दोनों एक दूसरे के साथ शह और मात का खेल खेल रहे हैं।