जनबोल न्यूज
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के वर्किंग ग्रुप के सदस्य व बिहार-झारखंड के प्रभारी राजाराम सिंह ने कल के सफल राजभवन मार्च के लिए बिहार के किसानों, बटाईदारों, कृषक मजदूरों एवं उनके विभिन्न संगठनों व उनके नेताओं को बधाई दी है.
उन्होंने नीतीश सरकार से मांग की कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों-बटाईदारों के फसलों की सरकारी खरीद की जाए एवं बिहार सरकार केंद्र के तीनों किसान विरोधी कृषि कानूनों से बिहार के किसानों को राहत देने के लिए बिहार विधान सभा में कृषि अध्यादेश पारित करे.
उन्होंने प्रदर्शनकारी किसान नेताओं-कार्यकर्ताओं पर से झूठे मुकदमों को हटाने की मांग की. कहा कि किसान महासभा के नेता व घोषी के विधायक रामबली सिंह यादव राज्यपाल से मिलनेवाले संयुक्त शिष्टमंडल में थे, लेकिन उनपर नामजद एफआईआर किया गया है, ऐसे ही अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं पर मुकदमे थोप दिए गए हैं.
राजाराम सिंह ने किसान आंदोलन को बदनाम करने वाले भाजपा नेता सुशील मोदी के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है. मोदी का बयान असल में उनकी काॅरपोरेटपरस्ती और भाजपा की हताशा व डर को प्रदर्शित करता है कि इन किसान विरोधी कानूनों की तवजह से कहीं बिहार का किसान भी कृषि मजदूरों की तहर संघर्ष करने वाली ताकतों के साथ न चल जाए.