IPL postponed ; कोरोना महामारी के कारण इंडियन प्रिमियर लीग ( Indian premier league) को स्थगित किया गया है। देश में जारी कोरोना महामारी के असर को देखते हुए खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए बायो बबल बनाया गया था, लेकिन कोरोना ने यहां भी सेंध मार दी। कुछ खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के संक्रमित पाए जाने के बाद टूर्नामेंट को स्थगित किये जाने का फैसला किया गया है।
विदेशी खिलाड़ियों के लिए फजीहत
आइपीएल पोस्टपोंड होने से सबसे अधिक फजीहत विदेशी खिलाड़ियों को होने जा रहा है। ज्यादातर देश भारत से फ्लाइटों के आवागमन पर रोक लगा दिये हैं ऐसे में जो खिलाड़ी विदेशी मुल्क के हैं उनके वतन वापसी सबसे बड़ा सर दर्द होने वाला है.
क्रिकेट आस्ट्रेलिया नहीं मांगना चाहता विशेष मदद
क्रिकेट आस्ट्रेलिया ( CRICKET AUSTRALIA ) अपने खिलाड़ियों के वतन वापसी के लिए आस्ट्रेलियन सरकार से विशेष मदद नहीं लेना चाहता है। बोर्ड यह जरूर चाहता है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड(BCCI) के साथ मिलकर सुनिश्चित किया जाये कि खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के निलंबन के बाद सुरक्षित स्वदेश लौट सकें । बताते चलें कि मौजूदा आपीएल को पोस्टपोंड( IPL postponed) किया गया है उसमें आस्ट्रेलियन मुल्क के खिलाडियों में अलग अलग टीम के साथ जुड़े निम्न खिलाड़ी शामिल हैं। जेसन बेहरेनडॉर्फ , मार्कस स्टोइनिस, स्टीव स्मिथ ,बेन कटिंग, पैट कमिंस ,नाथन कूल्टर नाइल, क्रिस लिन,मोइसेस हेनरिक्स, जाय रिचर्डसन, रिले मेरेडिथ,डैनियल सैम्स, डैन क्रिश्चियन, ग्लेन मैक्सवेल,डेविड वार्नर ।
बाकि देशों के खिलाड़ियों को भी होगी मुश्किल
बात सिर्फ अस्ट्रेलियन मुल्क के खिलाड़ियों के मुश्किल की नहीं हैं आश्ट्रेलिया के अलाव ब्रिटेन अफ्रिका और बांग्लादेशी व न्यूजीलैंड के बड़े पैमाने पर खिलाड़ी आइपीएल खेलने आये थे। अब वतन वापसी में इन खिलाड़ियों के लिए भी आस्ट्रेलियन खिलाड़ियों से कम फजिहत का समय नहीं है। बांग्लादेश और बिर्टेन पहले हीं विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा रखा है। नियमानुसार ब्रिटिश नागरिकों को भारत से आने पर 10 दिनों के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित होटल में क्वारंटाइन रहना होगा। लगभग इसी प्रक्रिया से वेस्टइंडिज को छोड़कर बाकि देशों के खिलाड़ियों को भी गुजरना होगा।