जातिय जनगणा (Caste census) को लेकर बिहार की 11 सदस्यों वाली सर्वदलीय टीम आज प्रधानमंत्री से मुलाकात को PMO कार्यालय पहुँची। प्रधानमंत्री कार्यालय में बिहार के नेताओं का पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक हुयी । तय समय पर सोमवार की सुबह 11 बजे सीएम नीतीश कुमार के साथ 10 अन्य नेता बैठक में शामिल हुए । पीएम से मुलाकात कर अपना पक्ष रखने के बाद सभी दल के नेताओं ने साझा प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया।
सीएम की सर्वदलीय टीम में शामिल हुए 11 नेता।
जातिय जनगणा ( Caste census) पर पहले से निर्धारित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सर्वदलीय टीम में कुल 11 नेता शामिल रहे। सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल में जदयू और राजद के अलावा कांग्रेस, HAM, VIP, AIMIM, माले, CPI और CPM के नेता शामिल रहे । प्रतिनिधिमंडल में BJP के तरफ से मंत्री जनक राम को भेजा गया है। बैठक में जदयू से शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, कांग्रेस नेता अजीत शर्मा, CPI (माले) नेता महबूब आलम, AIMIM के अख्तरुल इमान, पूर्व मुख्यमंत्री और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी, VIP प्रमुख मुकेश सहनी, CPI नेता सूर्यकांत पासवान और CPM नेता अजय कुमार शामिल थे। राजद की ओर से तेजस्वी यादव पहले से हीं दिल्ली में मौजूद थे।
बैठक के बात सीएम ने कहा, अंतिम निर्णय पीएम करेंगे
आजादी के बाद से हीं बहुप्रतिक्षित जातिय जनगणा की मांग पर बिहार के प्रतिनिधि मंडल आज प्रधानमंत्री से बात की। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी पूरी बात सुनी। सबने जातिगत जनगणना के पक्ष में एक-एक बात कही है। उन्होंने हमारी बात को नकारा नहीं है, हमने कहा है कि इस पर विचार करके आप निर्णय लें ।
प्रधानमंत्री ने हमारी पूरी बात सुनी। सबने जातिगत जनगणना के पक्ष में एक-एक बात कही है। उन्होंने हमारी बात को नकारा नहीं है, हमने कहा है कि इस पर विचार करके आप निर्णय लें: जातिगत जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार pic.twitter.com/q4djbWmxqq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 23, 2021
पेंड़ पौधे गिने जा सकते तो इंसान क्यों नहीं -तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि पेड़-पौधों की गिनती होती है, जानवरों की गिनती होती है तो इंसानों की क्यों नहीं। सरकार के पास स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। किस समाज के कितने लोग हैं। इसकी जानकारी नहीं है। आंकड़ों के आधार पर ही किसी भी काम को किया जाएगा। पहली बार किसी राज्य के सभी पार्टियों ने मिलकर विधानसभा में पारित किया गया जातीय जनगणना कराने के बाद कोई विवाद नहीं होगा। इससे रिजर्वेशन लागू करने में भी मदद मिलेगी। सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी को भी धन्यवाद देता हूं। उन्होंने पूरी बातें सुनी है। अब हम लोगों को निर्णय का इंतजार है।
नीतीश कुमार ने वक्त मांगा था
बताते चलें की जातिय जगणना ( Caste census ) पर अपना पक्ष रखने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। CM नीतीश कुमार ने पत्र लिखकर PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात का वक्त मांगा था । सीएम के पत्र का जवाब 19 अगस्त को उन्हें प्रधानमंत्री की तरफ से जवाब आया था। पत्र में 23 अगस्त का वक्त दिया गया था। जिसके बाद आज पीएम बिहार की सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल से मिले हैं।