पटना विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के सुविख्यात शिक्षक प्रोफेसर निहार नंदन प्रसाद सिंह का देहावसान आज सुबह 8:00 बजे पटना के बोरिंग रोड स्थित उनके अपने निवास स्थान आनंदपुरी में हो गया। वे 77 वर्ष के थे । वे
पटना कॉलेज के छात्र रहे। वह 1966 बैच एम ए हिस्ट्री के गोल्ड मेडलिस्ट थे। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत 1968 में बीएन कॉलेज में व्याख्याता के रूप में की। तत्पश्चात पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के अध्यक्ष, समाज विज्ञान संकाय के अध्यक्ष, पटना विश्वविद्यालय के कुलसचिव, कुलानुशासक ,तथा बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के कुलपति के पद पर सुशोभित रहे। वे पूटा के सक्रिय सदस्य भी थे।
उन्होंने लंदन से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की ।शैक्षिक एवं सामाजिक क्षेत्र में उनकी पहचान एक कुशल प्रशासक, सफल शिक्षक एवं नेक इंसान के रूप में रही है ।उनके निधन से विश्वविद्यालय परिवार तथा शिक्षा जगत ने एक अमूल्य व्यक्तित्व को खो दिया है।
इस अवसर पर पटना विश्वविद्यालय परिवार के हम सभी सदस्य शिक्षक, पदाधिकारी , कर्मचारी एवं छात्रगण ईश्वर से स्वर्गीय निहार बाबू की आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना करते हैं तथा प्रभु से याचना करते हैं की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार को धैर्य, साहस एवं शक्ति प्रदान करें ।पटना विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर एचएन प्रसाद ने प्रोफेसर निहार बाबू के निधन को शिक्षा जगत के लिए विशेषकर पटना विश्वविद्यालय परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है।