जनबोल न्यूज
गोपालगंज में लगातार मूसलाधार बारिश होने से जल जमाव के कारण धान के पौधे ड़ूब जाने से किसानों की चिंतासता रही है धान की खेती में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी किसानों के हाथों में इस बार एक भी रुपये का अनाज आने की संभावना नही दिख रही है जिसको लेकर किसानों में मायूसी छायी हुई है!
एक तरफ कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार के नियमों का पालन करते हुए किसी तरह से खून पसीना एककर अपनी आय दुगुनी करने के उद्देश्य से धान की रोपनी किये लेकिन प्राकृतिक आपदा ने ऐसा खेल खेला की इस साल किसानों को मुसीबत में डाल दिया एक तरफ कोरोना का डर तो दूसरी तरफ फसल की बर्बादी की चिंता सता रही है।
बरौली प्रखण्ड के कल्याणपुर और मोगल विरेचा पंचायत के जलपुरवा तथा मिल्की विरेचा के गाँव के किसानों के खेत से पानी का निकासी नही होने के कारण सैकडों किसानों के लाखो रुपये के धान ड़ूब गए हैं।
बताया जाता है कि चवर के पानी का निकासी द्वार पर गॉंव के दबंग लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने से पानी का निकासी रुक गया है जिसकी वजह से किसानों के लगभग 40- 50 बीघा जमीन पर लगे धान डूब गया है इसकी सूचना गाँव के किसानों के द्वारा अंचल अधिकारी को दी गयी थी तथा इस समय भी दी गयी तो राजस्व विभाग के कर्मचारी संजय कुमार आकर किसानों को सहानभूति दिलाकर चले गए लेकिन अभी तक पानी निकासी के लिए विभाग की ओर से कोई करवाई नही किया गया! दंबगों के आगे किसान मजबूर हैं लेकिन शासन और प्रशासन किसानों के हित में कोई ठोस कदम नही उठा रही