Manjhi reacted on Covid certificate ; कोरोना महामारी के इस काल में आम से लेकर खास लोग टीकाकरण करवा रहे हैं। खास बात यह कि दोनों डोज लेनेवाले लोगों को vaccination certificate दी जाती है। कोरोना वैक्सीन लगाये जाने वाले लोगों के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री की तस्वीर लगायी जा रही है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार में सतारूढ़ दल के हिस्से हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने मोदी के तस्वीर पर हीं आपत्ति जतायी है। दरअसल जीतन राम मांझी ने ट्विट कर कहा है कि सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की जगह देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए थी। यदि प्रधानमंत्री की तस्वीर लगायी हीं गयी तो राज्य के सीएम और राष्ट्रपति के साथ यह तस्वीर होनी चाहिए थी।
को-वैक्सीन का दूसरा डोज़ के उपरांत मुझे प्रमाण-पत्र दिया गया जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है।
देश में संवैधानिक संस्थाओं के सर्वेसर्वा राष्ट्रपति हैं इस नाते उसमें राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए,वैसे तस्वीर ही लगानी है तो राष्ट्रपति के अलावा P.M स्थानीय C.M की भी तस्वीर हो।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) May 23, 2021
लॉकडाउन के दौरान चर्चा में रहा है मांझी का ट्विट
मांझी के कोविड सर्टिफिकेट (Manjhi reacted on Covid certificate) पर ट्वीट कोई पहला माला नहीं है जब अपनी हीं सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करवाये हैं। कोरोना काल में मांझी के ट्विट ने अपने सहयोगी दलों पर सवाल नहीं खड़ा करते रहे हैं। इस काल में मांझी ने लॉकडाउन का विरोध कर नीतीश सरकार को आश्चर्य में डालते हुए सवाल खड़ा कर दिये थे कि लॉकडाउन लगाये जाने का वो तबतक समर्थन नहीं करेंगे जबतक कि लोगों के लिए राशन और भत्ते का तीन महीने का इंतजाम नहीं कर देती सरकार। यहीं नहीं कुछ दिन पहले मांझी ने अपने घोषणा पत्र में किये गये वादे के अनुरूप बिहार के बेरोजगारों के लिए 5000-5000 रु के भत्ते की मांग करके भी सरकार को सकते में ला दिया था।