LJP News लोजपा से संबंधित न्यूज इन दिनों सभी के जुवान पर है। हो भी क्यों नही? कोरोना माहामारी के बीच बिहार में सियासी खेला जारी है। लोजपा में टूट के बाद पारस पहले हीं संसदीय दल के नेता घोषित हो चुके थे। अब पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष का भी मनोनय हो गया है। सूरभान सिंह लोजपा के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किये गये हैं। एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में लिए गए इस निर्णय के आधार पर हीं सूरभान सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। संभावना जतायी जा रही है कि एक सप्ताह के अंदर राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव हो जाएगा। तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर चिट्ठी जारी किया है। भावुकता से भरे इस चिट्ठी में पिता के निधन से पहले और निधन के बाद पारस पासवान के बदलते व्यवहार का जिक्र किया है।
चिराग ने साझा की पारस को लिखी पुरानी चिट्ठी
लोजपा से संबंधित नई खबर (LJP News) में चिराग पासवान का एक भावुकता भरा ट्विट है। दरअसल ट्विटर के माध्यम से चिराग पासवान ने पार्टी में टूट के बाद चार पन्नों की एक चिट्ठी साझा की है। इस चिट्ठी में चिराग ने पारस पासवान के बदलते व्यवहार की ओर इशारा किया है। चिराग द्वारा साझा किये गए पत्र रामविलास पासवान के निधन के बाद परिवार में आयोजित होने वाली पुरानी होली उत्सव से शुरू होता है। चिराग लिखते हैं पत्र को लिखने से पहले आपसे मिलकर बात करना चाहता था। परिवार के बीच यदि कोई समस्या है तो इसे हल करने के लिए खालिक साहब और सूरजभान सिंह ने कई बार मिल बैठकर सुलझाने की पहल की । साकारात्मक जवाब नहीं आने पर यह पत्र लिखना पड रहा है। पत्र में रामचंद्र पासवान के मरने के बाद प्रिंस पासवान की जवाबदेही प्रदेश अध्यक्ष की दी जाने पर पारस की नाराजगी पर भी सवाल उठाया गया है। चिराग ने पत्र के माध्यम से आरोप लगाया है कि आपने प्रिंस को बधाई तक नहीं दिया था। जारी पत्र में आगे आरोप लगाया है कि चिराग के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर पारस पासवान चिराग के घर आना जाना भी कम कर दिया था। आगे चिराग ने आरोप लगाया है कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट अभियान के दौरान सभी सांसद और विधायक सहयोग कर रहे थे लेकिन आपका आशिर्वाद तक प्राप्त नहीं हुए। चिराग ने आगे आरोप लगाया है कि बिहार की सत्ता रातों- रात पलटने के बाद जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो रामविलास पासवान की इच्छा के विपरीत जाकर नीतीश से एमएलसी बनाने और मंत्री बनाने की बात पारस पासवान कर रहे थे। यही नहीं पशुपालन मंत्रालय मिलने पर पारस की नाराजगी का भी चिराग ने चिट्ठी में जिक्र किया है। चिट्ठी में पारस पासवान द्वारा चुनाव के दौरान नीतीश की तारीफ का भी जिक्र किया है । साथ हीं चिराग ने आरोप लगाया है ऐसा करने से प्रत्याशी और पार्टी कार्यकर्ता पर बूरा प्रभाव पडा और परिणाम में भी असर देखने को मिला है। चिराग ने पारस द्वारा मांगे गए चुनाव के दौरान पॉच सिंबल और सिटिंग विधायकों की टिकट नहीं काटने के फैसले के बाद भी टिकट पारस द्वारा काटे जाने का विपरीत फैसले का भी जिक्र किया है।
पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा।पार्टी माँ के समान है और माँ के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूँ। एक पुराना पत्र साझा करता हूँ। pic.twitter.com/pFwojQVzuo
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 15, 2021